सावन आया झूम के , अरे कहाँ

पहले तो सावन मास शुरू होने की शुभकामनायें ।

परसों की बारिश देखकर लग रहा था कि सोमवार को हम कहेंगें आया सावन झूम के । पर बादलों ने कहा ज़्यादा ख़ुश होने की ज़रूरत नहीं है और वापिस चले गये । और बेतहाशा गरमी कर गये । 😏

अब तो सावन में बस यही रहता है कि बस अच्छी बारिश होती रहे । वरना एक ज़माना था जब बारिश का अपना एक अलग अंदाज हुआ करता था ।

पुराने ज़माने में ना जाने कितने गाने बारिश और सावन पर बने है । हालाँकि आजकल ऐसे गानों का भी कुछ अभाव सा हो गया है ।

अब इस कोरोना काल में तो क्या सावन क्या भादों । सब एक बराबर है ।

वरना सावन में होने वाली किटटी में भी सावन की थीम का होना और सबका हरा रंग पहनना मेंहदीं , चूड़ी और फ़ुल ऑन हरियाली बनकर किटटी में जाना । 😃

और इस बार तो सावन में पड़ने वाली किटटी भी वर्चुअल होने वाली है । इसमें कितना भी सजधज लो पर वो बात नहीं आती है । पर फिलहाल तो इसी वर्चुअल तरीक़े से ही जुड़े रह सकते है ।

अब इस सावन में तो मेंहदी भी खुद से ही लगानी पड़ेगी । 😫

हाँ बस सावन और बारिश में जो एक बात नहीं बदलती है वो है चाय -पकौड़ी ।

इधर बारिश शुरू हुई और उधर चाय पकौड़ी बननी शुरू । 😛

तो चलिये इस बार के सावन का मजा़ भी घर बैठे उठाइये और चाय पकौड़ी खाते रहिये । 😋

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