एक्स्ट्रा टायर नहीं पंक्चर रिपेयर किट
सही पढ़ रहे है कि अब से कार में एक्स्ट्रा स्टेपनी नही बल्कि पंक्चर रिपेयर किट होगा । और सभी टायर में एक तरह का प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम होगा जिससे कार चालक को टायर की हवा के दबाव के बारे में पता चलता रहेगा ।
ऐसा भारत सरकार की ओर से कहा जा रहा है कि ये सड़क सुरक्षा के लिये उपयोगी होगा ।
और जिन कारों में ये टायर मॉनिटिरिंग सिस्टम और टायर रिपेयर किट स्पेयर होगा उनमें स्टेपनी की ज़रूरत नही होगी ।
वैसे पंक्चर का कोई एक कारण तो होता नहीं है । आम तौर पर पंक्चर कोई कील या शीशा वग़ैरा टायर में लगने से होता है ।
तो मतलब कि अगर आपकी कार में पंक्चर हो जाये तो पहले आप ख़ुद ही टायर निकालो और फिर बैठकर पहले पंक्चर बनाओ फिर वापिस टायर लगाओ और तब कार चलाओ ।
जहाँ तक हमारा खयाल है कि स्टेपनी रहने से ये आराम रहता है कि अगर कहीं भी रास्ते में टायर पंक्चर हुआ तो बस स्टेपनी निकालो और टायर बदल लो । ( ख़ासकर जब हाई वे पर जा रहें हों तो ।)
और फिर पंक्चर टायर को कहीं से भी रिपेयर करवा लो ।
वैसे टायर बदलना ही कौन सा बड़ा आसान होता है कि अब लोग टायर का पंक्चर भी बनायें ।
वैसे आत्म निर्भर बनने की ओर ये एक और क़दम भी हो सकता है । 😏
ऐसा भारत सरकार की ओर से कहा जा रहा है कि ये सड़क सुरक्षा के लिये उपयोगी होगा ।
और जिन कारों में ये टायर मॉनिटिरिंग सिस्टम और टायर रिपेयर किट स्पेयर होगा उनमें स्टेपनी की ज़रूरत नही होगी ।
वैसे पंक्चर का कोई एक कारण तो होता नहीं है । आम तौर पर पंक्चर कोई कील या शीशा वग़ैरा टायर में लगने से होता है ।
तो मतलब कि अगर आपकी कार में पंक्चर हो जाये तो पहले आप ख़ुद ही टायर निकालो और फिर बैठकर पहले पंक्चर बनाओ फिर वापिस टायर लगाओ और तब कार चलाओ ।
जहाँ तक हमारा खयाल है कि स्टेपनी रहने से ये आराम रहता है कि अगर कहीं भी रास्ते में टायर पंक्चर हुआ तो बस स्टेपनी निकालो और टायर बदल लो । ( ख़ासकर जब हाई वे पर जा रहें हों तो ।)
और फिर पंक्चर टायर को कहीं से भी रिपेयर करवा लो ।
वैसे टायर बदलना ही कौन सा बड़ा आसान होता है कि अब लोग टायर का पंक्चर भी बनायें ।
वैसे आत्म निर्भर बनने की ओर ये एक और क़दम भी हो सकता है । 😏
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