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Showing posts from October, 2019

तीसरा स्कूल रीयूनियन ( चाफी में कैंप फ़ायर )

चाफी से अगले दिन हम लोग सातताल ,नौकुचिया ताल और भीमताल घूमने गये । हालाँकि मौसम बहुत गड़बड़ था बहुत बादल छाये हुये थे पर फिर भी हम लोग घूमने निकले और सात ताल में हम लोग आराम से घूम लिये । वैसे भी किसी को वहाँ बोटिंग तो करनी नहीं थी और बूंदी बांदी शुरू सी हो रही थी तो तकरीबन आधा घंटा वहाँ बिताकर और फ़ोटो खींच खांचकर हम लोग नौकुचिया ताल की ओर चल दिये । नौकुचिया ताल पर जब हम लोग पहुँचे वहाँ तभी बस बारिश रूकी थी ।और इस वजह से वहाँ थोड़ा किच किच सा था पर जैसे ही हम लोग ताल की ओर बढ़े तो बत्तखों का झुंड दिखाई दिया । बत्तखें भी बहुत समझदार जैसे ही वो लोगों को देखती है तो बस क्वैक क्वैक करती हुई आ जाती है ताकि लोग उन्हें चने खिलायें । तो लाज़मी था कि जब बत्तखें हम लोगों की तरफ़ आई तो हम लोग उन्हें चने खिलाये । हमने भी चने ख़रीदे और हाथ से खिलाने में यूँ ते डर लग रहा था कि कहीं बत्तख काट ना ले पर फिर हिम्मत करके हाथ से चने खिलाये तो बड़ा मजा आया और हमने एक बार और चने ख़रीदकर बत्तखों को खिलाये ।( बीस रूपये में एक दोना चने देता है बेचने वाला ) और लौटकर गरमागरम भुट्टे हम लोगों ने खाये । औ

तीसरा स्कूल रीयूनियन ( २) चाफी रील एंड रिवर एडवैंचर कैम्प

काठगोदाम से हम लोगों को चाफी जाना था । चाफी जोकि नैनीताल से पहले एक छोटा सा गाँव है और जहाँ चाफी नदी बहती है ।यहीं पर जगाती के भांजे कान्हा का रिसॉरट है जहाँ हम सब दो दिन मौज मस्ती करने वाले थे । चूँकि ये रिसॉरट थोड़ा हटकर मतलब शहर से दूर था । कान्हा ने ही हम लोगों को काठगोदाम से लाने के लिये गाड़ियाँ भेजी थी । काठगोदाम से हम लोगों को चाफी रील एंड रिवर् एडवैंचर कैम्प ले जाने के लिये दो बड़ी गाड़ियाँ मय ड्राइवर ( टवेरा और क्वालिस ) आयी थी । चाफी रवाना होने से पहले एक बार फिर से फ़ोटो शोटो खींचीं गई । हम सब में कुछ लोगों को पहाड़ी रास्ते पर चक्कर की परेशानी तो कुछ को गाड़ी की पीछे की सीट पर बैठने में परेशानी थी । पर कुछ हर हालात में ख़ुश और एडजस्ट करने वालीं भी थी । सब लोग दोनों गाड़ियों में एडजस्ट होकर चाफी के लिये चल पडे और चालीस मिनट बाद हम लोग चाफी रिसॉरट पहुँचे तो सबसे पहले तो वहाँ की ख़ूबसूरती साफ़ और स्वच्छ हवा और मौसम पर हम सब फ़िदा हो गये । और पहाड़ों के बीच बने टेंट और बग़ल में पानी के कल कल की आवाज़ सुनते ही सबकी थकान और बीमारी मानो हवा हो गई । इस रिसॉरट में कुल आठ टेंट