ग्लो एंड लवली

कुछ समय पहले तक जो क्रीम फ़ेयर एंड लवली नाम से जानी जाती थी अब उसका नाम बदल कर ग्लो एंड लवली कर दिया गया है ।

पता नहीं कितने लोग इस क्रीम को लगाकर गोरे हुये होंगें । पर जब बिकती है तो लोग इस्तेमाल भी करते ही होंगें ।

पहले तो जब फ़ेयर एंड लवली के एड आते थे तब उसमें एक बहुत ही डार्क कॉम्पलैक्शन या यूँ कहे कि काली लड़की को दिखाते थे जो इंटरव्यू ( या ऑफ़िस )के लिये जाती है तो लोग उसे अजीब सी नज़रों से देखते है और वो उदास सी घर आती है और आईने में अपने को देखती है ।

फिर वो फ़ेयर एंड लवली इस्तेमाल करती है और छ: हफ़्ते के बाद वो एकदम गोरी हो जाती है । और जब दोबारा वो जाती है तो लोग उसकी गोराई देखते ही रह जाते है ।

पर क्यूँ गोरी होना ?

क्या डार्क कॉम्पलैक्शन में कोई बुराई है । हमें तो ऐसा कभी नहीं लगा और ना ही कभी किसी ने इस बात का एहसास कराया ।

बल्कि हम लोगों के समय में तो ये गाना भी बड़ा पॉपुलर था -- हम कोले हैं तो क्या हुआ दिलवालों है । 😃
और गोरे लोगों के लिये भी गाना बड़ा पॉपुलर था -- गोरे रंग पे ना इतना गुमान कर । 😁

तो इसी फ़ंडे को फ़ॉलो करते हुये हम कभी भी इस चक्कर में नहीं पडे । 😂

और इसीलिये हमने कभी भी इस तरह की कोई भी क्रीम इस्तेमाल नहीं की वो चाहे वीको टरमरिक रही हो या कोई और ।

अब भगवान ने कुछ सोच समझ कर ही रंग दिया है तो फिर उसको बदलना क्यूँ ।


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