ब्रीद इन टू द शैडोज ( breathe : into the shadows)

कल हमने ब्रीद इन टू द शैडोज देख लिया । वही अभिषेक बच्चन वाला शो जो अमेजॉन पर दिखाया जा रहा है ।

वैसे हमने पहले वाला ब्रीद जिसमें माधवन था , नहीं देखा था । पहले एपिसोड में ही अच्छा नहीं लगा था । वो थोडा ज़्यादा ही वीभत्स लगा था ।

पर खैर ये वाला हमने पूरा देख लिया । हाँ थोड़ी बहुत मारकाट इसमें भी है पर इतनी कि आराम से देखी जा सकती है । और आजकल के चलते ट्रेंड से जरा अलग मतलब कोई गाली गलौज वग़ैरा नहीं । ( जहाँ डायलॉग के बदले पूरी पूरी लाइन में सिर्फ़ गाली ही बोली जाती है । )

हमने एक दिन में नहीं तीन चार दिन में ये पूरा शो देखा क्योंकि एक तो बारह एपिसोड और वो भी चालीस पैंतालीस मिनट के । तो एक दिन में दो एपिसोड से ज़्यादा देख ही नहीं पाते थे ।

शुरू के एपिसोड में तो शो ठीक ठाक लगा पर आख़िर के तीन चार एपिसोड बहुत अच्छे लगे ।

सभी कलाकारों ने ठीक काम किया है । अभिषेक बच्चन और अमित साद की कहीं अच्छी तो कहीं बुरी एक्टिंग है । पर ओवरऑल दोनों ने ठीक ही काम किया है । पर हाँ नित्या मेनन की एक्टिंग हमें बहुत पसंद आई ।


कह सकते है कि ये एक साफ़ सुथरी थ्रीलर सीरीज है ।

और ये भी कि बिना बहुत ज़्यादा हिंसा ,और गाली गलौज के भी वेब सीरीज बनाई जा सकती है ।


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