रील और रियल लाइफ़ में अंतर ( अनलॉक २.० ) आठवाँ दिन

कल दोपहर में जब अचानक पतिदेव ने कहा कि एक और हीरो इस दुनिया को छोड़ कर चला गया तो हमारा पहला रिएक्शन था कौन और क्या कोरोना से । तब पतिदेव ने सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड की बात बताई । क्योंकि इंटरनेट पर ये ख़बर आ चुकी थी ।

पर ये ख़बर सुनकर यक़ीन नहीं हो पाया तो टी.वी चलाया तो वहाँ भी यही ख़बर दिखा रहे थे कि सुशांत सिंह राजपूत ने डिप्रेशन के चलते सुसाइड कर लिया । ये ख़बर सुनकर बहुत अजीब भी लगा और दुख भी हुआ ।


और उसके सुसाइड करने से लगा कि भले इंसान के पास रूपया ,पैसा,नाम,शोहरत ,ज़मीन जायदाद क्यूँ ना हो पर अगर मन ही शांत नहीं है तो सब कुछ बेकार ।

कहीं पढ़ा था कि सुशांत सिंह ने चाँद पर भी ज़मीन ख़रीदी थी । अब ये कितना सच कितना झूठ हम नहीं जानते है ।

सुसाइड करना तो हमारी नज़र में बहुत ही ग़लत है क्योंकि सुसाइड किसी समस्या का हल नहीं बल्कि परिवार के लिये जीवन भर का दुख होता है ।

ख़ुद तो सुसाइड कर लिया पर क्या अपने परिवार के लिये एक बार भी नहीं सोचा कि उन क्या बीतेगी । और सुसाइड क्यूँ किया इसका कारण ही जानने में सारी जिंदगी निकल जाती है ।

पिछले साल सुशांत सिंह की फ़िल्म छिछोरे देखी थी और जिसमें वो अपने बेटे को समझाता है कि सुसाइड करना ग़लत है । पर असल जिंदगी में ख़ुद ही वही काम किया ।

बेहद दुख और अफ़सोस की बात है उसका यूँ जिंदगी से हार जाना ।

शायद हमेशा इसी लिये कहा जाता है कि रियल लाइफ़ और रील लाइफ़ में अंतर होता है ।



Comments

Popular posts from this blog

जीवन का कोई मूल्य नहीं

क्या चमगादड़ सिर के बाल नोच सकता है ?

सूर्य ग्रहण तब और आज ( अनलॉक २.० ) चौदहवाँ दिन