कभी कभी मेरे दिल में ( अनलॉक २.० ) छठां दिन
कभी कभी मेरे दिल में खयाल आता है
कि कोरोना ने हमारी जिंदगी ही नहीं बदली
बल्कि जिंदगी का नज़रिया ही बदल दिया है ।
कभी कभी मेरे दिल में खयाल आता है
कि फिर कब हम दोस्तों से गले मिल पायेगें
कब हम दीदी लोगों के घर जा पायेंगें ।
कभी कभी मेरे दिल में खयाल आता है
कब बिना मास्क के हम आज़ादी से घूमेंगें
कब बेफ़िक्री से शॉपिंग और मॉल घूमने जायेगें ।
कभी कभी मेरे दिल में खयाल आता है
कि आख़िर कब तक हम घरों में बंद रहेंगें
आख़िर कब तक हम आत्म निर्भर बनते रहेंगें ।
कभी कभी मेरे दिल में खयाल आता है
कि ये खयाल शायद मेरे ही नहीं
हम सबके दिल में ये खयाल आते है ।
😏😒😫☹️
कि कोरोना ने हमारी जिंदगी ही नहीं बदली
बल्कि जिंदगी का नज़रिया ही बदल दिया है ।
कभी कभी मेरे दिल में खयाल आता है
कि फिर कब हम दोस्तों से गले मिल पायेगें
कब हम दीदी लोगों के घर जा पायेंगें ।
कभी कभी मेरे दिल में खयाल आता है
कब बिना मास्क के हम आज़ादी से घूमेंगें
कब बेफ़िक्री से शॉपिंग और मॉल घूमने जायेगें ।
कभी कभी मेरे दिल में खयाल आता है
कि आख़िर कब तक हम घरों में बंद रहेंगें
आख़िर कब तक हम आत्म निर्भर बनते रहेंगें ।
कभी कभी मेरे दिल में खयाल आता है
कि ये खयाल शायद मेरे ही नहीं
हम सबके दिल में ये खयाल आते है ।
😏😒😫☹️
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