सेल्फ़ मोटिवेशन ( दसवाँ दिन )

इस सेल्फ़ आईसोलेशन के समय में सेल्फ़ मोटिवेशन की बहुत अहमियत और ज़रूरत है । आप भी सहमत है ना हमारी इस बात से ।

अब देखिये ना कहीं आना ना कहीं जाना और घर में रहना और उस पर काम ही काम बेशुमार । तो अपने आपको तो मोटिवेट करने की बेहद ज़रूरत है क्योंकि अगर हम ही थक जायेंगें या कुछ उदास या दुखी टाइप के हो जायेंगे तो आप सोच सकते है कि घर का क्या माहौल हो जायेगा । हर तरफ़ बड़ा ही अजीब सा माहौल हो जायेगा ।


और ऐसे में घर में अशांति का माहौल हो जायेगा क्योंकि अगर हम ख़ुश नहीं रहेंगे तो भला ये कवैरंटाईन का समय कैसे बीतेगा । और फिर घर का काम करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो जायेगा बिलकुल डॉन के डायलॉग की तरह । 😊

तो ख़ुशी और मोटिवेशन तो हमें अपने अंदर और आस-पास ही ढूँढनी पड़ेगी । जैसे योगा करके , ध्यान लगाकर या म्यूज़िक सुनकर , खाना बनाकर भी बहुत लोगों को ख़ुशी मिलती है और जब हम लोग ख़ुश होंगें तो मनोबल या मोटिवेशन तो बढ़ेगा ही ।

है ना ।


वैसे हम तो म्यूज़िक सुनते हुये घर में काम करते है और ऐसे में घर का काम भी निपट जाता है और हमें बोरियत भी नहीं होती है ।


अब जैसे कल हमें यू ट्यूब का मैसेज मिला कि हमारे एक हज़ार सबस्क्राइबर हो गये है । और हम ख़ुशी से झूम पडे । अब हमारे लिये तो बहुत बड़ी बात है कयोंकि हम बहुत ज़्यादा वीडियो वग़ैरा लगाते नहीं है । और जब कभी कोई कमेंट हमारे किसी वीडियो पर आता है तभी हम अपना यू ट्यूब एकाउंट देखते है ।


वैसे अपने आपको मोटिवेटिड रखने के लिये हम सभी कुछ ना कुछ तो कर ही रहें है क्यों कि आजकल जितना घर का काम , हम लोग इस कवैरंटाईन के चलते कर रहें हैं इतना तो शायद पूरी जिंदगी में नहीं किया है। 😏


क्या कुछ ग़लत कहा हमने ।




Comments

Popular posts from this blog

जीवन का कोई मूल्य नहीं

क्या चमगादड़ सिर के बाल नोच सकता है ?

सूर्य ग्रहण तब और आज ( अनलॉक २.० ) चौदहवाँ दिन