घर में रहो और फ़िल्में देखो 😊 ( लॉकडाउन २.० ) दूसरा दिन

इस कोरोना ने तो हम सबको घर में रहने को ही मजबूर कर दिया है और कोई चारा भी तो नहीं है । क्योंकि चाहकर भी बाहर तो जाया नहीं जा सकता है । ऐसा तो शायद पहली बार ही हुआ है जब हर कोई सिर्फ़ और सिर्फ़ घर में ही रह रहा हो ।


अब घर में रहते हुये पूरा दिन सिर्फ़ काम ही तो नहीं करना चाहिये ।और अगर सिर्फ़ काम करेगें तो पक्का बोर हो जायेंगें । आख़िर मनोरंजन भी तो ज़रूरी है ।

वरना हम लोग यही गाना गाने लगेंगें

सुबह और शाम काम ही काम 😀


और हम वहाटसऐप और फेसबुक तो देखते ही है साथ में फ़िल्में भी देखते रहते है । क्योंकि फ़िल्में जहाँ मनोरंजन करती है वहीं अच्छा टाइमपास भी है । 😃



हम तो आजकल क्या पहले भी फ़िल्में बहुत देखते थे । वो चाहे हॉल में देखनी हो या नैटफिलकस पर । हालाँकि हमें हॉल में ही फ़िल्में देखना ज़्यादा पसंद है ।

पर चूँकि आजकल हॉल में पिक्चर देखना तो दूर की नहीं बहुत दूर की बात हो गई है तो ऐसे में अमेजॉन और नैटफिलकस और मूबी बड़ा काम आ रहा है ।


और अमेजॉन पर तो हर तरह की फ़िल्मों का ख़ज़ाना है । हिन्दी इंगलिश के अलावा फ़्रेंच, जर्मन ,मराठी ,तमिल तेलुगु और तकरीबन हर भाषा की फ़िल्में है । जहाँ हिन्दी की तो नई से नई फ़िल्में है वहीं पुरानी हिन्दी फ़िल्मों का ख़ज़ाना भी कम नहीं है ।



तो आजकल हम ख़ाली समय में फ़िल्में देखने का काम करते हैं । हम तो अलग अलग समय पर अलग अलग भाषा की फ़िल्में देखते है । क्यूँ कन्फ़्यूज हो गये । 🤓


वो क्या है कि हम न्यूज़ बस थोड़ी ही देर देखते है और टी.वी. सीरियल देखते नहीं है पर हाँ नाच गाने के शो देखते है पर आजकल तो वो सब कोरोना के चलते बंद है तो आजकल फ़िल्में देखने पर ज़ोर है ।


हम दिन में कभी हिन्दी फ़िल्म या कोई शो जो भी अमेजॉन ,नैटफिलकस या हॉटस्टार पर देखते है और रात में या तो इंगलिश या फिर कोई और भाषा की फ़िल्में मूबी या नैटफिलकस पर देखते है ।


वैसे हम ना केवल हिन्दी बल्कि आजकल मराठी फ़िल्में भी देख रहें है । अब ये मत पूछिये कि मराठी समझ में आ जाती है क्या । तो वो क्या है ना कि सभी फ़िल्मों में इंगलिश में सब टाइटिल होता है । फिर वो मराठी हो या फ़्रेंच । 😃


पिछले हफ़्ते हमने एक मराठी फ़िल्म वॉटस अप लगना देखी थी । काफ़ी अच्छी लगी । स्टोरी और एक्टिंग दोनों बहुत अच्छी । और थोडा हट के । इस हफ़्ते भी हमने एक और मराठी फ़िल्म देखी चोरीचा मामला । ये कॉमेडी फ़िल्म है ,और मज़ेदार भी थी पर थोड़ी ज़्यादा लम्बी थी मतलब ड्रैगिंग थी ।


अब इस कवैरंटाईन और कोरोना के चलते तो यही सब करके समय बिताया जायेगा ना ।

आप अगर फ़िल्में नहीं देख रहें है तो देखना शुरू कर दीजिये ।







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