मुआ कोरोना स्कूल रीयूनियन भी खा गया 😡


इस साल सितम्बर बहुत ही सूना सूना और खाली खाली सा बीत रहा है । 😧

पिछले तीन सालों से हर साल सितम्बर में हम लोग स्कूल रीयूनियन करते थे । यानि स्कूल फ़्रेंड्स सितम्बर के महीने में चार पाँच दिन के लिये मिलते थे ।

२०१७ में जब चालीस साल बाद पहली बार हम लोगों ने इलाहाबाद में स्कूल रीयूनियन किया तो हम सभी में वही चपलता और शरारत थी जो स्कूल के ज़माने में स्कूल में थी । बल्कि थोड़ी ज़्यादा ही थी । 😜

पहली बार तो महीनों की तैयारी के बाद इलाहाबाद में पहला रीयूनियन किया गया था । और वहीं ये तय हुआ कि हर साल हम लोग कम से कम चार पाँच दिन सिर्फ़ अपनी स्कूल फ़्रेंड्स के साथ ही बितायेंगें ।

बिलकुल दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे स्टाइल में -- जा सिमरन जी ले अपनी जिंदगी । 😛

वो चार दिन हम सब घर गृहस्थी की चिन्ताओं को छोड़कर फ़ुल ऑन मस्ती मजा करते थे ।

और उसी का नतीजा था कि २०१८ में हम लोग दिल्ली में मिले और २०१९ में नैनीताल में हम लोगों ने स्कूल रीयूनियन किया ।

हर रीयूनियन में अगला रीयूनियन कहाँ होगा ये भी तय हो जाता था । और अगला रीयूनियन आने के महीनों पहले से ही तक जब तब ग्रुप पर चर्चा भी होती रहती थी । हर कोई ओवर एकसाइटेड होता था ।

कौन कैसे आयेगा , कहाँ ठहरने का इंतज़ाम होगा ,कहाँ कहाँ घूमने जाना है , किस होटल में लंच तो क़िसमें डिनर होगा । सब कुछ पहले से ही तय हो जाता था ।

रीयूनियन मे एक दिन हम सब एक ही रंग के कपड़े पहनकर फोटो सेशन करते थे । ग्रुप फोटो होती थी । जैसे इलाहाबाद में गुलाबी क्योंकि वो हमारे स्कूल ड्रेस का कलर था तो दिल्ली में लाल और नैनीताल में हम सबने ब्लू पहना था ।

जैसे पिछले साल के रीयूनियन में तय हुआ था कि सब लोग नीली साड़ी पहनेंगें तो हर कोई अपनी नीली रंग की साड़ी की फोटो लगाता कि ये नीला कलर ठीक है ना । तो कभी मधुरिमा साड़ियों की दुकान सी लगा देती मतलब ढेर सारी नीली साड़ियों की फोटो लगाकर पूछना कि कौन सी नीली साड़ी ठीक रहेगी ।


पर इस बार तो कोरोना ने सब गड़बड़ा दिया । मार्च से अब तक एक बार भी स्कूल ग्रुप पर रीयूनियन की बात नहीं हुई । इस बार क्या ड्रेस कोड होगा । कुछ बात नहीं हुई । हाँ सितम्बर आने पर पिछले रीयूनियन की फोटो वग़ैरा जरूर शेयर की गई ।

वैसे दो साल से हम लोगों का सठियाने में दुबई जाने का प्लान था पर सब गुडगोबर कर दिया इस मुए कोरोना ने । 😡

हम सबने सोचा था कि हम सब अपना सठियाना दुबई जाकर मनायेंगे पर इस कोरोना ने तो ऐसी भांजी मारी कि हम सबको अपने अपने घर में ही सठियाना सेलिब्रेट करना पड़ रहा है । 😘

इस साल बस फेसबुक पर पिछले तीन सालों के रीयूनियन की फोटो देख देख कर ही हम लोग उन ख़ूबसूरत दिनों को याद कर रहें है और उन्हें जी रहें है और सितम्बर का बोरिंग सा महीना काट रहें है । 😒

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