कितनी लम्बी लाइन लग गई ( लॉकडाउन ३.० ) दूसरा दिन

कल जब लॉकडाउन में पान और शराब की दुकानों को खोला गया तो अजब ही नज़ारा देखा गया ।


और ऐसा किसी एक शहर में नहीं बल्कि क़रीब करीब हर जगह एक सा ही हाल दिखा ।

क्या मुम्बई और क्या दिल्ली ।

हर जगह की शराब की दुकानों पर बस लोगों की लम्बी लम्बी लाइनें । और आश्चर्य की बात कि इसमे हर तबके के लोग लाइन लगाकर खडे थे । बिना धूप और गरमी की परवाह किये हुये ।

राशन और सब्ज़ी की दुकानों पर तो फिर भी सोशल डिसटेंसिंग दिखती थी पर पान और शराब की दुकानों पर तो लोग जैसे दीवानों की तरह उमड़ पड़ें । हांलांकि वहाँ भी लोग लाइन और दूरी बनाये हुये थे पर थोड़ी देर बाद लोग सब भूल से गये ।


इस तरह की भीड़ भाड से तो जितना शराब नहीं खरीदेंगें उससे ज़्यादा तो कोरोना के चंगुल में फँसने के चांस हो जायेगें ।

वैसे आज दिल्ली सरकार ने तो शराब पर ७०% टैक्स बढ़ा दिया है ।


अब देखना है कि क्या इस टैक्स के बढ़ने के बाद शराब पीने वालों की भीड कुछ कम होगी । या लोग ये सोचकर कि लॉकडाउन के कारण बाक़ी ख़र्चे तो कम है तो बढ़े टैक्स से शराब तो ख़रीदी ही जा सकती है ।


वो गाना है ना

पीने वालों को पीने का बहाना चाहिये । 😏




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