फिर से टहलना शुरू ( लॉकडाउन ४.० ) सातवाँ दिन
कोरोना के कारण हुये लॉकडाउन के पूरे दो महीने बाद हम लोगों ने एक बार फिर से टहलना शुरू किया है ।
पर अब टहलना भी पहले जैसा नहीं रहा क्योंकि अब टहलने के लिये जाने में पूरी तरह से लैस होकर जाना पड़ता है । अरे मतलब मास्क लगाओ ,सैनीटाइजर लेकर या ग्लव्ज पहनकर जाओ ।
अब कहाँ पहले बस सुबह शाम जब मन किया चल दो वॉक करने के लिये पर इस कोरोना के चलते ये भी देखना पड़ता है कि कहीं बहुत सारे लोग वॉक ना कर रहें हो । अरे वही सोशल डिसटेंसिंग के लिये ।
किसी चीज़ को छुओ मत । किसी से बात मत करो । बात करो भी तो दो फ़ीट की दूरी से जिसमें दूसरे आस पास से गुज़रने वाले कोई भी क्या बात हो रही है वो सुन भी सकते है । 😳😃
उफ़ इस कोरोना ने तो टहलना भी एक टास्क बना दिया है ।
पर अब टहलना भी पहले जैसा नहीं रहा क्योंकि अब टहलने के लिये जाने में पूरी तरह से लैस होकर जाना पड़ता है । अरे मतलब मास्क लगाओ ,सैनीटाइजर लेकर या ग्लव्ज पहनकर जाओ ।
अब कहाँ पहले बस सुबह शाम जब मन किया चल दो वॉक करने के लिये पर इस कोरोना के चलते ये भी देखना पड़ता है कि कहीं बहुत सारे लोग वॉक ना कर रहें हो । अरे वही सोशल डिसटेंसिंग के लिये ।
किसी चीज़ को छुओ मत । किसी से बात मत करो । बात करो भी तो दो फ़ीट की दूरी से जिसमें दूसरे आस पास से गुज़रने वाले कोई भी क्या बात हो रही है वो सुन भी सकते है । 😳😃
उफ़ इस कोरोना ने तो टहलना भी एक टास्क बना दिया है ।
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