होनी-अनहोनी
कल दोपहर से शाम तक सारे न्यूज़ चैनल मे होड़ लगी थी की करनाल मे जो आसमान मे चमकती हुई चीज दिखी थी वो क्या है। करीब दो बजे दिन से स्टारन्यूज़ ब्रेकिंग न्यूज़ मे आसमान मे अनहोनी देखिए तीन बजे दिखा रहा था तो आज तक भी यही दिखा रहा था। तीन-चार घंटे तक यही नाटक चलता रहा। स्टार न्यूज़ वाले जहाँ करनाल के लोगों से जिन्होंने इस चमकती हुई चीज को देखा था उनसे बात कर रहे थे ,और हर इन्सान अपने-अपने हिसाब से उसका वर्णन कर रहा था साथ ही वैज्ञानिकों से भी बात कर रहे थे। और ये साबित करने मे लगे थे की आसमान मे अनहोनी घटना हुई है। पर वो लोग डी.एम्.की बात को उतना तवज्जोह नही दे रहे थे जो यह कह रहा था की ऐसा कुछ नही है। हालांकि आजतक ये कह जरूर रहा था की अफवाहों पर ध्यान ना दे ऐसा कुछ भी नही है। पर बीच-बीच मे ये कहने से भी नही चुकते थे कि आसमान मे कोई अनहोनी और अदभुत घटना हो गयी है। आज तक पर तो एक वैज्ञानिक ने ये तक कह दिया की मीडिया को ऐसी बातों को बढावा नही देना चाहिऐ पर मीडिया की सेहत पर कहॉ कोई फर्क पड़ता है। जब देखो तब ऐसी ही खबर दिखा देता है।
अभी चंद रोज पहले इंडिया टी.वी.ने एक बिना ड्राइवर के चलती हुई कार दिखाई थी उसमे भी ड्रामा शायद तीन-चार घंटे चला था।पहले तो हम ने देखा नही पर शाम को छे बजे जब टी.वी. चलाया तो फिर से यही न्यूज़ देख कर हम भी देखने लगे क्यूंकि जब टी.वी.चलाओ यही न्यूज़ दिखायी जा रही थी और तो और उन्होने लोगों से ये तक कहा की वो उन्हें फ़ोन करें और बतायें की कार कैसे चल रही है।टी.वी.मे कार के साथ दो आदमी भी दौड़ते हुए दिखाए जा रहे थे। बस फिर क्या था हर इन्सान अपनी समझ और सोच से बताने लगा । कोई बोला की ये रिमोट कण्ट्रोल से चल रही है तो किसी ने कहा की कोई सोफ्टवेयर डाला गया है और कई लोगों ने कहा की जो दो आदमी दौड़ रहे है वो इसे रिमोट से चला रहे है। जब लोगों ने ये कहा तो थोड़ी देर बाद उन दोनो को कार की छत पर बैठा दिखा दिया और न्यूज़ रीडर कहने लगे की अब जब ये दोनो छत पर है तो फिर कार कैसे चल रही है। वैसे कार की एक ही क्लिपिंग बार-बार दिखाते रहे थे।
पूरे समय दोनो न्यूज़ रीडर कहते रहे की अब थोड़ी देर मे खुलासा हो जाएगा की कार अपने आप कैसे चल रही है ।
इस तरह फ़ाइनल ड्रामा करीब एक घंटे तक चला और जैसी की मनुष्य की प्रकृति है हर चीज का अंजाम जानने की तो इसलिये हम भी टी.वी.देख रहे थे और अंत मे उन्होने ये खुलासा किया की जो आदमी कार के साथ दौड़ रहे थे वही दोनो कार चला रहे थे . और ये खुलासा हुआ उसे देखकर तो न्यूज़ चैनल वालों पर बहुत ग़ुस्सा आया की किस तरह ये अपनी टी.आर.पी.बढ़ाने के लिए लोगों को बेवकूफ बनाते है। ग़ुस्सा इसलिये आया की क्यूंकि वो लोग खबर को पूरी तरह से नही दिखा रहे थे मतलब जब वो दोनो आदमी गाड़ी के अन्दर जाकर गाड़ी चलाते थे या ब्रेक लगाते थे उसे वो लोग ना दिखकर जब गाड़ी दस या बीस सैकेंड अपने आप चलती थी उसे दिखाते थे। क्यूंकि अगर वो दिखा देते तो भला उनका सनसनी खेज खुलासा कौन देखता ।
आजकल न्यूज़ चैनल का मकसद खबरें दिखाना कम और सनसनी फैलाना ज्यादा हो गया है। कार वाली खबर दिखा कर भगवान जाने इंडिया.टी.वी.क्या साबित करना चाहता था । इस तरह की खबर दिखा कर वो और दूसरे लोगों को ऐसे काम करने के लिए प्रेरित करते है बल्कि उन्हें तो ऐसी ख़बरों को बढावा ही नही देना चाहिऐ।
अभी चंद रोज पहले इंडिया टी.वी.ने एक बिना ड्राइवर के चलती हुई कार दिखाई थी उसमे भी ड्रामा शायद तीन-चार घंटे चला था।पहले तो हम ने देखा नही पर शाम को छे बजे जब टी.वी. चलाया तो फिर से यही न्यूज़ देख कर हम भी देखने लगे क्यूंकि जब टी.वी.चलाओ यही न्यूज़ दिखायी जा रही थी और तो और उन्होने लोगों से ये तक कहा की वो उन्हें फ़ोन करें और बतायें की कार कैसे चल रही है।टी.वी.मे कार के साथ दो आदमी भी दौड़ते हुए दिखाए जा रहे थे। बस फिर क्या था हर इन्सान अपनी समझ और सोच से बताने लगा । कोई बोला की ये रिमोट कण्ट्रोल से चल रही है तो किसी ने कहा की कोई सोफ्टवेयर डाला गया है और कई लोगों ने कहा की जो दो आदमी दौड़ रहे है वो इसे रिमोट से चला रहे है। जब लोगों ने ये कहा तो थोड़ी देर बाद उन दोनो को कार की छत पर बैठा दिखा दिया और न्यूज़ रीडर कहने लगे की अब जब ये दोनो छत पर है तो फिर कार कैसे चल रही है। वैसे कार की एक ही क्लिपिंग बार-बार दिखाते रहे थे।
पूरे समय दोनो न्यूज़ रीडर कहते रहे की अब थोड़ी देर मे खुलासा हो जाएगा की कार अपने आप कैसे चल रही है ।
इस तरह फ़ाइनल ड्रामा करीब एक घंटे तक चला और जैसी की मनुष्य की प्रकृति है हर चीज का अंजाम जानने की तो इसलिये हम भी टी.वी.देख रहे थे और अंत मे उन्होने ये खुलासा किया की जो आदमी कार के साथ दौड़ रहे थे वही दोनो कार चला रहे थे . और ये खुलासा हुआ उसे देखकर तो न्यूज़ चैनल वालों पर बहुत ग़ुस्सा आया की किस तरह ये अपनी टी.आर.पी.बढ़ाने के लिए लोगों को बेवकूफ बनाते है। ग़ुस्सा इसलिये आया की क्यूंकि वो लोग खबर को पूरी तरह से नही दिखा रहे थे मतलब जब वो दोनो आदमी गाड़ी के अन्दर जाकर गाड़ी चलाते थे या ब्रेक लगाते थे उसे वो लोग ना दिखकर जब गाड़ी दस या बीस सैकेंड अपने आप चलती थी उसे दिखाते थे। क्यूंकि अगर वो दिखा देते तो भला उनका सनसनी खेज खुलासा कौन देखता ।
आजकल न्यूज़ चैनल का मकसद खबरें दिखाना कम और सनसनी फैलाना ज्यादा हो गया है। कार वाली खबर दिखा कर भगवान जाने इंडिया.टी.वी.क्या साबित करना चाहता था । इस तरह की खबर दिखा कर वो और दूसरे लोगों को ऐसे काम करने के लिए प्रेरित करते है बल्कि उन्हें तो ऐसी ख़बरों को बढावा ही नही देना चाहिऐ।
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