भूकम्प और हम 😁

कल रात में दिल्ली सहित कई जगहों पर भूकम्प आया था । और काफ़ी अच्छा ख़ासा भूकम्प था ।

और इसका एहसास हम लोगों को भी हुआ था ।

हम लोग ड्राइंग रूम में थे और मूबी पर फ़िल्म देख रहे थे कि अचानक लगा मानो किसी ने सोफ़े को हल्का सा धक्का दे दिया हो । और ऐसा महसूस होते ही हम बड़ी ज़ोर स चिल्लाये कि अरे भूकम्प ।

पतिदेव बोले कि क्या भूकम्प आया है ।

तो हमने कहा हाँ , देखो पंखा और लैम्प शेड हिल रहें है । और ऐसा कहते हुये हमने वीडियो बनाना शुरू कर दिया । 🤓

फिर हमने मेन डोर खोला पर तब एक दो मिनट के लिये लगा कि सब कुछ रूक गया है पर तभी एक बार फिर से ज़मीन हल्की सी हिलती हुई महसूस हुई तब तक बडा बेटा भी कमरे से बोलता हुआ आया कि अभी भी भूकम्प है । तो हमने हाँ कहते हुये छोटे को आवाज़ लगाई । क्यों कि वो फोन पर बात कर रहा था ।

और एक बार फिर से लैम्प शेड वग़ैरा हल्के हल्के से झूमने लगे थे । और हम दोबारा वीडियो बनाने लग गये ।

तो पतिदेव बोले क्या तुम हर समय वीडियो बनाने लगती हो ।

अब हम भी क्या करें । डर को भगाने के लिये कुछ तो करना होगा ना । 😳

अब आप भी कहेंगें कि भूकम्प में डर कर वीडियो बनाने की जगह बाहर क्यूँ नहीं भागे तो वो इसलिये कि एक तो लिफ़्ट से नीचे जा नहीं सकते है और सातवीं मंज़िल से सीढ़ी उतरना भी कोई बहुत समझदारी का काम नहीं है ।

अरे कहीं बीच में ही फँस गये तो । 😜

वैसे भी टॉप फ़्लोर है हमारा ।

अब चूँकि हम नीचे नहीं भागते है तो इसीलिये वीडियो बना लेते है ।

वैसे जब कल रात में अपने किटी ग्रुप पर हमने भूकम्प का वीडियो लगाया था तो हमारी किटटी की एक फ़्रेंड ने वीडियो देखकर भी कहा था कि बड़ी जल्दी आपने वीडियो बना लिया ।

तो हमने उनसे भी यही कहा था कि हम लोग नीचे नहीं भागते है । इसलिये वीडियो बनाते है । 😃

बाक़ी तो ऊपर वाला है ही । 🙏🙏

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