फाइनली दो हज़ार बीस जा रहा है

दो हज़ार बीस अर्थात २०२० ख़त्म होने जा रहा है । पर इस एक साल में जीवन में इतने उतार चढ़ाव देखे । जितने शायद आजतक कभी नहीं देखे ।

जहाँ पहले २०२० के आने का बेसब्री से इंतज़ार था वहीं अब ये साल जल्दी ख़त्म हो इसका भी इंतज़ार है ।

जहाँ साल के शुरूआती समय में सब कुछ इतना अच्छा लग रहा था वहीं साल ख़त्म होते होते दिल और दिमाग़ दोनों ही दुखी हो गए ।

मार्च में कोरोना का आना और लॉकडाउन होना , हम सबका अपने अपने घरों में बंद हो जाना । जिंदगी का ठहर सा जाना ।

और फिर उस ठहरी हुई जिंदगी में रोज नये नये जतन करके ख़ुश रहना ।

पर फिर अक्टूबर में अचानक परिवार के दो सदस्यों को पंद्रह दिन में खो देना ।

जिसके बाद बस यही लगता रहा कि कब ये २०२० ख़त्म हो ।

और आज आख़िर कार दो हज़ार बीस ख़त्म हो रहा है ।

अब तो बस यही आशा और उम्मीद करते है कि आने वाला नया साल २०२१ हम सबके जीवन में सुख-शान्ति लाये ।






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