पहला जन्मदिन यानी ३६५ दिन ब्लॉगिंग के

आज यानी २१ फरवरी के दिन ही हमने ब्लॉगिंग की दुनिया मे जन्म लिया था ,अरे मतलब आज ही के दिन इसी समय हमने अपनी पहली पोस्ट लिखी थी।आज पूरा एक साल हो गया हमे ब्लॉगिंग करते हुए। जिस तरह से एक बच्चा अपने पैदा होने के साथ ही सीखना शुरू करता है ठीक उसी तरह हमने भी इस ब्लॉगिंग की दुनिया मे आकर बहुत कुछ सीखा है। हमारी शुरूआती दिनों की पोस्ट कुछ ऐसी ही थी जैसे जब बच्चा चलना सीखता है तो उसके कदम डगमगाते है पर धीरे-धीरे चलना सीख ही जाता है और इसी तरहडगमगाते हुए हमने भी ब्लॉगिंग के तीन महीने पूरे किए थे।

अपने इस एक साल की ब्लॉगिंग का सबसे ज्यादा श्रेय हमारे दोनों बेटों को है जिन्होंने हमे एक तरह से जबरदस्ती ठोक-ठोक कर ब्लॉगिंग करना सिखाया।और अभी भी जब भी कोई गड़बड़ होती है तो हम बेटों से ही पूछ कर ठीक करते है।पतिदेव तो हमसे कहते-कहते थक गए थे कि हम भी कंप्यूटर सीख ले।खैर अब सभी खुश है

इस एक साल मे आप सबने अपनी टिप्पणियों से जिस तरह से हमारी हौसला अफजाई की है उसके लिए आप सभी का बहुत-बहुत शुक्रिया। क्यूंकि जिस तरह इंसान को जिंदा रहने के लिए साँस लेने की जरुरत होती है उसी तरह ब्लॉगिंग मे ब्लॉगर को टिप्पणियों की जरुरत है। ये टिप्पणियां ना केवल हौसला बढाती है बल्कि गलतियों की ओर भी ध्यान दिलवाती है।

अभी हाल ही मे संजय जी ने अपनी एक टिप्पणी मे लिखा था की हमारे नाम के साथ tv क्यों लगा है।तो संजय जी वो इसलिए क्यूंकि जब हमने ब्लॉगिंग शुरू की थी तब हमने सिर्फ़ टी.वी सीरियल के बारे मे ही लिखने की सोची थी और इसीलिए हमारे ब्लॉग का नाम mamtatv है। पर धीरे -धीरे आप लोगों की टिप्पणियों की वजह से हमने भी ब्लॉगिंग करना कुछ सीख ही लिया है ।

इस एक साल के सफर मे हम रेडियोनामा से भी जुड़े और अपना एक और ब्लॉग सवा सेर शौपर भी शुरू किया। इसी एक साल के सफर के दौरान हमारे ब्लॉग को अवार्ड के लिए भी चुना गया।

आप सबके साथ और सहयोग के बिना इस एक साल के सफर को पूरा करना मुश्किल ही नही नामुमकिन भी थाएक बार फ़िर से आप सभी का तहे दिल से बहुत-बहुत धन्यवाद और शुक्रिया

Comments

बहुत मुबारक ममता ,यूँ खिलती रहें…शुभकामनायें
mamata jee,
saadar abhivaadan. aapko is blog jagat par apnee pehlee varshgaanth bahut bahut mubaarak ho ab to aap mamtatv se mamtacinema ho gayee bus yun hee likhtee rahein ek din mamtahollywood bhee ho jaayeingee.
Anonymous said…
badhaaii ho badhaii blog janam din kii tumko
janam din blog ka milaegae ladoo kab hamko
बधाई हो ममता जी एक साल पूरे करने और लिखते रहने पर!!
आशा है ब्लॉग लेखन यूं ही चलता रहेगा!!
शुभकामनाएं
kamlesh madaan said…
माफ़ कीजियेगा 2008 लीप इयर है जन्मदिन कल मनाया जायेगा!

खैर, भगवान करे आप यू हीं लिखती रहें और ये एक साल के आगे हजारों साल तक आपका ब्लॉग चलता रहे

बस दो पोस्ट के बाद आपका डबल शतक होना है अभी से बधाई!

आपका शुभचिंतक
कमलेश मदान
एक साल के सफर पर बधाई। इस ब्लॉगिंग ने व्यक्तित्व में बहुत से अच्छे बदलाव किये होंगे? निश्चय ही।
Yunus Khan said…
ममता मुबारक हो जी । एक शानदार साल । अच्‍छा है । एक सुंदर यात्रा है ये ।
एक साल के ब्लॉग बालक की बहुत बहुत बधाई..जल्द ही नौजवान हो,,, ढेरों शुभकामनाएँ और बधाई...!
ममता जी आप को ममता टीवी का दूसरा जन्मदिन मुबारक हो। जन्म के मामले में हमारे दोनों चिट्ठे आप से काफी पीछे हैं। साल होने पर पीछे का अवलोकन करेंगे। आप ऐसे ही प्रगति करती रहें।
Tarun said…
bahut bahut badhai ho, bus aise hi likhte rahiye tippani bhi aur post bhi...
amit said…
मुबारकां जी मुबारकां, ब्लॉग दे बड्डे की लख लख बधाईयाँ। बस अब अगले बड्डे की तैयारी कीजिए, वो भी जल्दी आ जाएगा; तब तक लिखते रहिए इससे भी बेहतर। :)
Priyankar said…
बधाई ! और शुभकामनाएं !
Pankaj Oudhia said…
बधाई और शुभकामनाए।
ब्लॉग के जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई।

लगे हाथों एक बुजुर्ग की सलाह(कोई जरुरी नही कि सभी इस पर अमल करें), हर जन्मदिन हमे ये बताता है कि हमने एक साल और बड़े हो गए है। अपने जीवन मे तो यह बहुत ही मुश्किल होता है कि हम पिछले वर्ष का सिलसिलेवार विश्लेषण करें, लेकिन ब्लॉगिंग मे जरुर हो सकता है। हम आज ही के दिन, लिखी गयी पिछले साल की पोस्ट को पढे (आपके संदर्भ मे पहली पोस्ट), देखें, उस समय और इस समय के आए अंतर का मूल्यांकन करें। इस मूल्यांकन से आपके ब्लॉग लेखन मे निखार आएगा।

आशा है आप लगातार लिखती रहेंगी। आपके भावी लेखों के इन्तज़ार में।
mamta said…
एक बार फ़िर से आप सभी का शुक्रिया।
दिनेश जी हमारा ये पहला जन्मदिन है दूसरा नही।
अरे वाह, आपका ब्लाग एक साल का हो गया और हमें अब पता चल रहा है ! खैर बधाई लें। खूब आगे बढ़ें आप इस राह पर।
और हां, हम अभी तक ये मानते थे कि आपका ब्लाग हमारे ब्लागरोल में है। आज गौर किया तो पाया कि नहीं था। लीजिये , अब इसे चढ़ा लिया है।

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