याद आ रही है ( लॉकडाउन ३.० ) पांचवां दिन

सच में अब तो डेढ़ महीने से ज़्यादा होने को है हम अपनी किटी पार्टी वाली दोस्तों से नहीं मिले है । और ऐसा कभी नहीं हुआ कि दो महीने तक हम सब ना मिले हों । हाँ कभी किसी की कोई मजबूरी हो तो बात अलग ।

पर कोरोना और लॉकडाउन की वजह से हम सब मिल ही नहीं पा रहें है । और निकट भविष्य में कब मिलेंगें , ये भी पता नहीं है । 😒

हम लोग आख़िरी बार मार्च में मिले थे और उसके बाद से तो बस वहाटसऐप पर ही मिल रहें है ।

वो किटी में मिलना। ज़ोर ज़ोर से बातें करना और उतनी ही ज़ोर ज़ोर से हँसना ।

जमकर चाट और स्नैकस खाना , बिना कोई परवाह किये ।

गेम खेलना और कोई चीटिंग ना करे इसका हर किसी का पूरी शिद्दत से ध्यान रखना ।

किसी को भी खेले जाने वाले गेम की ज़्यादा प्रैक्टिस नहीं करने देना ।

तंबोला ( हाईजी ) में नम्बर कटने पर ख़ुश होना और नम्बर ना आने पर शेक शेक कहना ।

प्राइज़ मिलने पर देने वाले के साथ पूरी बत्तीसी दिखाकर फ़ोटो खिंचाना ।

एक किटी बीतने के बाद ही दूसरी किटी का इंतज़ार हो जाना ।

और खूब सारी फ़ोटो और चलते चलते ग्रुप फ़ोटो सेशन होना ।


देखते है और उम्मीद करते है कि वो दिन जल्दी आये ।


और किसको किसको किटी ग्रुप की याद आ रही है ।

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