बर्तन धोने का शस्त्र 😊 ( लॉकडाउन ३.० ) तीसरा दिन
ये सच है कि पिछले डेढ़ महीने से बर्तन धोते धोते हमारे हाथों को अब आदत सी होती जा रही है ।
लॉकडाउन १ में हमने लिखा भी था कि हाथ बिलकुल ख़राब हो रहें है जैसे घोड़ी के खुर । पर कमाल की बात है कि लॉकडाउन ३.० आते आते हमारे हाथों ने भी एडजस्ट कर लिया ।
शुरू शुरू में तो हाथ बहुत रफ़ हुये जा रहे थे पर अब हाथों को बर्तनों से , इनके साबुन विम लिंक्विड से और बार बार पानी में हाथ डालने से कुछ प्यार सा हो गया है ।
अब हम जो साबुन और क्रीम अपने हाथो पर पहले इस्तेमाल करते थे वही हम अब भी कर रहें है और एक बड़ी अजीब सी बात हमने देखी कि अब हाथों में वो पुराना वाला मुलायमपन फिर से आ रहा है । अभी पूरी तरह से तो नहीं पर हाँ हाथ अब पहले से कुछ बेहतर लग रहें है ।
और हमें तो इसका और कोई नहीं बस एक ही कारण समझ में आ रहा है । और वो है करत करत अभ्यास । 😀
और हाँ एक और कारण है कि अब हमारे पास बर्तन धोने का शस्त्र भी है । जिससे हाथ भी मुलायम और बर्तन भी साफ़ ।
यक़ीन नहीं आता है ना । चलिये हम अपने बर्तन साफ़ करने के शस्त्र की फ़ोटो भी लगा देते है । 😁
लॉकडाउन १ में हमने लिखा भी था कि हाथ बिलकुल ख़राब हो रहें है जैसे घोड़ी के खुर । पर कमाल की बात है कि लॉकडाउन ३.० आते आते हमारे हाथों ने भी एडजस्ट कर लिया ।
शुरू शुरू में तो हाथ बहुत रफ़ हुये जा रहे थे पर अब हाथों को बर्तनों से , इनके साबुन विम लिंक्विड से और बार बार पानी में हाथ डालने से कुछ प्यार सा हो गया है ।
अब हम जो साबुन और क्रीम अपने हाथो पर पहले इस्तेमाल करते थे वही हम अब भी कर रहें है और एक बड़ी अजीब सी बात हमने देखी कि अब हाथों में वो पुराना वाला मुलायमपन फिर से आ रहा है । अभी पूरी तरह से तो नहीं पर हाँ हाथ अब पहले से कुछ बेहतर लग रहें है ।
और हमें तो इसका और कोई नहीं बस एक ही कारण समझ में आ रहा है । और वो है करत करत अभ्यास । 😀
और हाँ एक और कारण है कि अब हमारे पास बर्तन धोने का शस्त्र भी है । जिससे हाथ भी मुलायम और बर्तन भी साफ़ ।
यक़ीन नहीं आता है ना । चलिये हम अपने बर्तन साफ़ करने के शस्त्र की फ़ोटो भी लगा देते है । 😁
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