पांडव केव्ज ( pandav caves)
जब हमे इस केव के बारे मे पता चला तो हमे जरा आश्चर्य भी हुआ था कि गोवा मे गुफा। ।और वो भी पांडवों की। तो ये तय हुआ किसी दिन केव यानी गुफा को देखने भी जायेंगे। ये पांडव केव्ज रिवोना मे स्थित है और रिवोना panjim से ७०-७५ कि .मी दूर है । पर मडगांव से पास है करीब ३०-४० कि.मी.।
तो एक दिन चल दिए हम लोग रिवोना मे पांडव केव्ज देखने ।और ये ७० कि.मी.तय करने मे करीब डेढ़ से दो घंटे लग जाते है वैसे अगर कार का चालक ज्यादा तेज हो तो भी करीब-करीब इतना ही समय लगता है क्यूंकि रिवोना कि सड़क जरा पतली है और चूँकि उधर mines है इसलिए उस रास्ते पर ट्रक बहुत चलते है। अगर आप दोपहर मे उस रास्ते जायेंगे तो सड़क पर लोग कम ही दिखते है । बस बीच-बीच मे कोई ट्रक आते-जाते दिखते है।
खैर जब रिवोना पहुंचे तो पांडव केव के बारे मे लोगों से पूछा तो एक बुड्डे से आदमी ने मुख्य सड़क से नीचे जाने वाली पगडण्डी की ओर इशारा करते हुए कहा कि वहां पर पांडव केव्ज है। उबड़-खाबड़ से सड़क पर जब कार को मोडा तो लगा की आगे तो रास्ता ही नही है पर उस आदमी ने कहा की यहीं आगे पांडव केव्ज है पर हम को तो बस एक पगडण्डी और जंगल ही दिख रहा था । चलते-चलते हम लोगों ने उससे पूछा कितनी दूर है तो वो बोला बस २ मिनट का रास्ता है। आप हमारे साथ चलिए।
और हम लोग चल पड़े और जरा सी दूर चलने पर उसने एक पहाड़ की तरफ़ इशारा करके कहा की यही पांडव केव है आप इस छोटी सी सीढ़ी से (२ पत्थर रखे थे बस) से चले जाइए और ये कहता हुआ वो आगे चला गया।और हम उन दो पत्थर से बनी सीढ़ी पर चढ़कर पहुँच गए पांडव केव्ज मे।इस गुफा के बारे मे ज्यादा नही जानते है क्यूंकि ना तो गुफा के आस-पास कुछ लिखा था और ना ही लोगों को ज्यादा पता है। पर कुछ लोग ये मानते है कि यहां पर बने ऊँचे स्थान पर बैठ कर बौद्ध गुरु शिक्षा दिया करते थे ।
इस केव के अन्दर एक ऊँचा सा स्थान बना हुआ है जिसे बैठने के लिए इस्तेमाल किया जाता होगा। इस गुफा के अन्दर जाने पर इसकी छत कुछ पीली लाल और सफ़ेद सी दिखी. गुफा के बाहर से अन्दर कुछ इस तरह दिखता है।(जैसे ये ऊपर बायीं ओर वाली फोटो )गुफा के अन्दर से बाहर सिर्फ़ पेड़-पौधे ही दिखते है। (इस नीचे दायीं वाली फोटो की तरह )
इस गुफा के बगल से ८-१० सीढियां खड़ी -खड़ी और कुछ टूटी हुई से चढ़कर ऊपर जाते है तो ऐसा लगता है मानो
किसी पहाड़ पर आ गए हो और वहां एक घाटी सी दिखाई देती है ।
जरा इस आखिरी फोटो को ध्यान से देखें तो आपको कुछ आकृति सी नजर आएगी। चलिए हम ही बता देते है इस फोटो मे अगर आप ध्यान से देखें तो एक skull जैसा दिखता है। हो सकता है कोई ...................? जब फोटो खींची थी तब तो ध्यान नही गया था पर बाद मे फोटो देखने पर ऐसा लगा। :)
ऐसी ही एक दो और गुफाएं भी है गोवा मे आगे हम उनका भी जिक्र करेंगे। ।हालांकि इस गुफा पर पहुंचकर लगता है कि क्या इतनी दूर इसे देखने आना ठीक था । तो हम यही कहेंगे कि चूँकि हम यहां रह रहे है और हमे समय की कोई कमी नही है इसलिए हम सिर्फ़ इसे ही देखने इतनी दूर जा सकते है।
नोट-- वैसे जब भी जाएं तो सिर्फ़ इस गुफा को देखने ना जाए बल्कि उसी रास्ते मे palacio de deao भी पड़ता है और कुछ और जगहें भी देखने के लिए है।
Comments
जरूरी नहीं होता की आप जिसे खोजने जायें वो स्थान बेहद खूबसूरत हो, खोज आनंद के लिए की जाती है और आप के वर्णन से लगता है की आप ने खूब आनंद लिया है इस यात्रा का. गोवा के बारे में ये नयी जानकारी दी है आप ने जिसके बारे पहले ना कभी सुना न पढा. बधाई.
नीरज
वैसे शुक्रिया यहाँ इन गुफाओं के बारे में बताने के लिए।