commissioning of sankalp
जब भी कोई नई ट्रेन और बस चलती है तो उसका बड़े ही जोर-शोर से लॉन्च होता है ऐसा हमने देखा और सुना है।आम तौरपर खूब सजी-धजी ट्रेन और बस को झंडा हिलाकर रवाना किया जाता है।पर शिप की लॉन्च मे ऐसा कुछ नही होता है । यहां गोवा मे रहते हुए पहली बार किसी शिप के लॉन्च यानी commissioning को देखने का मौका हमे मिला।और यकीन जानिए ये अनुभव भी बहुत अच्छा रहा।
जब इस शिप की commissioning के लिए हम गए थे तो हम सोच रहे थे की जैसे ट्रेन और बस को लॉन्च के बाद रवाना किया जाता है वैसे ही शिप को भी पानी मे sail कर दिया जायेगा और हम उस मंजर को अपने कैमरा मे कैद करने के लिए तैयार भी थे पर बाद मे वहां जाकर पता चला कि लॉन्च के बाद शिप को sail नही किया जाता है बस
ओफिशियली लॉन्च करना ही commissioning होती है। (ये हमे किसी ने बताया नही है पर हमे ऐसा लगा ):)
तो इस नए शिप के बारे मे कुछ बातें बता देते है। संकल्प भारतीय तट रक्षक सेना का एक शिप या पोत है। और इसे गोवा के शिपयार्ड मे ही बनाया गया है।२० मई को रक्षा मंत्री ए.के.एंटोनी ने इस शिप को commissioned किया यानी की आम लोगों की भाषा मे इसे लॉन्च किया। commissioning अर्थात अब ये शिप पूरी तरह से तैयार है । ये शिप १०५ मीटर लंबा और १२.९ मीटर चौडा है।वजन क्षमता २३०० टन है। बचाव और सुरक्षा के लिए इसमे एक हेलिकॉप्टर और ६ स्पीड बोट है। इसकी अधिकतम रफ़्तार २५ नॉट्स तक की है। इस शिप को समुद्र मे घुसपैठ को रोकने के लिएइस्तेमाल किया जायेगा।
तो पौने चार बजे हम लोग commissioning की जगह पर पहुँच गए और १० मिनट बाद ही रक्षा मंत्री आ गए और तट रक्षक बल के जवान जो वहां सफ़ेद वर्दी मे खड़े थे और जैसे ही रक्षा मंत्री आए पहले उन्होंने इन जवानों से सलामी ली और इनका निरीक्षण किया ।और लोगों से मिलते हुए शिप पर चले गए। और उसके बाद ३-४ लोगों के भाषण हुए जैसे गोवा शिपयार्ड लिमिटेड के अध्यक्ष (m.d),महानिदेशक भारतीय तटरक्षक (d.g.)कमान अधिकारी (commanding officer)
और आख़िर मे ए.के.एंटोनी ने भी छोटा सा भाषण दिया।यहां जितने भी तट सेना से जुड़े लोगों ने भाषण दिया और उन सबके भाषण मे एक खास बात थी की उन सभी ने समुद्र देवता वरुण का आशीर्वाद भी माँगा । और फ़िर रक्षा मंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
और उसके बाद औपचारिक तौर पर इस शिप की commissioning की गई जिसमे भारतीय ध्वज को फहराया गया और बैंड पर राष्ट्रीय गान बजाया गया । उसके बाद रक्षा मंत्री ने इस शिप के नाम की पट्टी का अनावरण किया ।
इस शिप मे १० अफसर और ९४ तट रक्षक जवान रहेंगे। commissioning के बाद इस शिप को मुम्बई जाना था । और अब तक तो चला भी गया होगा।
commissioning के बाद चाय-नाश्ता हुआ और जब चलने लगे तो हर किसी को एक बैग दिया गया जिसमे एक cap थी। तो हमने चलते-चलते cap पहन ली और एक हष्ट -पुष्ट सी फोटो भी खिंचा ली। :)
जब इस शिप की commissioning के लिए हम गए थे तो हम सोच रहे थे की जैसे ट्रेन और बस को लॉन्च के बाद रवाना किया जाता है वैसे ही शिप को भी पानी मे sail कर दिया जायेगा और हम उस मंजर को अपने कैमरा मे कैद करने के लिए तैयार भी थे पर बाद मे वहां जाकर पता चला कि लॉन्च के बाद शिप को sail नही किया जाता है बस
ओफिशियली लॉन्च करना ही commissioning होती है। (ये हमे किसी ने बताया नही है पर हमे ऐसा लगा ):)
तो इस नए शिप के बारे मे कुछ बातें बता देते है। संकल्प भारतीय तट रक्षक सेना का एक शिप या पोत है। और इसे गोवा के शिपयार्ड मे ही बनाया गया है।२० मई को रक्षा मंत्री ए.के.एंटोनी ने इस शिप को commissioned किया यानी की आम लोगों की भाषा मे इसे लॉन्च किया। commissioning अर्थात अब ये शिप पूरी तरह से तैयार है । ये शिप १०५ मीटर लंबा और १२.९ मीटर चौडा है।वजन क्षमता २३०० टन है। बचाव और सुरक्षा के लिए इसमे एक हेलिकॉप्टर और ६ स्पीड बोट है। इसकी अधिकतम रफ़्तार २५ नॉट्स तक की है। इस शिप को समुद्र मे घुसपैठ को रोकने के लिएइस्तेमाल किया जायेगा।
तो पौने चार बजे हम लोग commissioning की जगह पर पहुँच गए और १० मिनट बाद ही रक्षा मंत्री आ गए और तट रक्षक बल के जवान जो वहां सफ़ेद वर्दी मे खड़े थे और जैसे ही रक्षा मंत्री आए पहले उन्होंने इन जवानों से सलामी ली और इनका निरीक्षण किया ।और लोगों से मिलते हुए शिप पर चले गए। और उसके बाद ३-४ लोगों के भाषण हुए जैसे गोवा शिपयार्ड लिमिटेड के अध्यक्ष (m.d),महानिदेशक भारतीय तटरक्षक (d.g.)कमान अधिकारी (commanding officer)
और आख़िर मे ए.के.एंटोनी ने भी छोटा सा भाषण दिया।यहां जितने भी तट सेना से जुड़े लोगों ने भाषण दिया और उन सबके भाषण मे एक खास बात थी की उन सभी ने समुद्र देवता वरुण का आशीर्वाद भी माँगा । और फ़िर रक्षा मंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
और उसके बाद औपचारिक तौर पर इस शिप की commissioning की गई जिसमे भारतीय ध्वज को फहराया गया और बैंड पर राष्ट्रीय गान बजाया गया । उसके बाद रक्षा मंत्री ने इस शिप के नाम की पट्टी का अनावरण किया ।
इस शिप मे १० अफसर और ९४ तट रक्षक जवान रहेंगे। commissioning के बाद इस शिप को मुम्बई जाना था । और अब तक तो चला भी गया होगा।
commissioning के बाद चाय-नाश्ता हुआ और जब चलने लगे तो हर किसी को एक बैग दिया गया जिसमे एक cap थी। तो हमने चलते-चलते cap पहन ली और एक हष्ट -पुष्ट सी फोटो भी खिंचा ली। :)
Comments
तस्वीरों ने आपके लेख को और रोचक बना दिया है.
जानकारी के शुक्रिया.
शुक्रिया।
और हाँ ये पोस्ट आपकी नज़रों से गुजरी या नहीं आपका जिक्र किया था इसलिए पूछा..
http://travelwithmanish.blogspot.com/2008/06/blog-post.html