दीदी हम बोर हो रहें है ( लॉकडाउन २.० ) सातवाँ दिन
ये हम नहीं हमारी कामवाली हैल्पर का कहना है । 😊
जब से ये लॉकडाउन शुरू हुआ है तब से घर में काम के लिये आने वाले सभी हैल्पर छुट्टी पर ही है । ऐसे में हम हफ़्ते में एक बार हम अपनी खाना बानाने वाली से बात करते है ।
शुरू में तो वो कहती थी कि दीदी आपको सारा काम करना पड़ रहा होगा । और जब हमने उससे कहा कि तुम अब कुछ दिन आराम कर लो तो बोली आराम कहाँ दीदी । घर में भी तो पूरा काम करना पड़ ही रहा है । तो हमें लगा कि हैं घर में तो वो पहले भी सारा काम करती रही होगी पर शायद तब हमारे घर काम के लिये आने पर उसे ब्रेक मिल जाता होगा ।
मतलब जब वो हमारे घर काम के लिये आती होगी तो शायद थोड़ी देर के लिये अपने घर परिवार की समस्यायें भूल जाती होगी । ऐसा हमारा सोचना है ।
आज हमने उससे बात की और हाल चाल लिया तो वो बोली कि अभी तक तो सब ठीक ठीक ही है । बस हम घर में रह रहकर बोर हो रहें है । और एक सेकेंड के लिये तो हम सकते में ही आ गये ।
फिर हमने पूछा कि बोर क्यूँ हो रही हो । तो वो बडे मज़े से बोली कि दीदी पूरे समय घर में ही बंद रहते है । कहीं बाहर निकल नहीं पा रहें है ।
वैसे हमें उससे ऐसे जवाब की उम्मीद नही थी । हमने ये कभी सोचा भी नहीं था कि कामवाले हैल्पर भी अपने घर में बिना काम के बोर हो सकते है ।
उसकी इस बात नें हमें सोचने पर मजबूर किया कि ऐसा नहीं है कि सिर्फ़ हम लोग ही घर में रह कर बोर हो जाते है । ये हमारे कामवाले हैल्पर भी अधिक समय तक घर में बंद रह कर परेशान और बोर हो रहें है ।
अब वैसे तो इनकी भी लाइफ़ हम लोगों के घर काम करने से एक तरह से रेगुलेटेड रहती है कि सुबह सुबह वो अपने घर का थोडा बहुत काम करके हम लोगों के घरों में काम करने आ जाती है । जैसे हमारी पार्वती है सुबह साढ़े सात या आठ बजे वो हमारे घर आ जाती है और फिर हमारे घर का काम निपटाते निपटाते उसे ग्यारह बज जाते है ।
और हमारे घर से जाकर वो अपने घर का काम ,खाना पीना और आराम करती होगी और फिर दोबारा शाम को हम लोगों के घर काम करने निकल पड़ती होगी । मतलब एक ढर्रे पर उसकी भी जिंदगी चलती होगी ।
अब आख़िर उनके लिये तो यही नौकरी है । और इस काम के बहाने वो अपने घर से बाहर निकलती है । और शायद उनकी भी ये आदत हो जाती है कि सुबह और शाम काम करने के लिये घर से बाहर जाना ही है।
और सबसे बड़ी बात जब हम लोग अपने अच्छे खासे घर में रहते हुये कई बार बोर हो जा रहें है तो इनके लिये तो और भी मुश्किल हो सकता है क्योंकि इनके घर बहुत ज़्यादा बडे नहीं होते है पर परिवार जरूर बड़ा होता है ।
क्या आपकी कामवाली हैल्पर भी बोर हो रहीं है ।
जब से ये लॉकडाउन शुरू हुआ है तब से घर में काम के लिये आने वाले सभी हैल्पर छुट्टी पर ही है । ऐसे में हम हफ़्ते में एक बार हम अपनी खाना बानाने वाली से बात करते है ।
शुरू में तो वो कहती थी कि दीदी आपको सारा काम करना पड़ रहा होगा । और जब हमने उससे कहा कि तुम अब कुछ दिन आराम कर लो तो बोली आराम कहाँ दीदी । घर में भी तो पूरा काम करना पड़ ही रहा है । तो हमें लगा कि हैं घर में तो वो पहले भी सारा काम करती रही होगी पर शायद तब हमारे घर काम के लिये आने पर उसे ब्रेक मिल जाता होगा ।
मतलब जब वो हमारे घर काम के लिये आती होगी तो शायद थोड़ी देर के लिये अपने घर परिवार की समस्यायें भूल जाती होगी । ऐसा हमारा सोचना है ।
आज हमने उससे बात की और हाल चाल लिया तो वो बोली कि अभी तक तो सब ठीक ठीक ही है । बस हम घर में रह रहकर बोर हो रहें है । और एक सेकेंड के लिये तो हम सकते में ही आ गये ।
फिर हमने पूछा कि बोर क्यूँ हो रही हो । तो वो बडे मज़े से बोली कि दीदी पूरे समय घर में ही बंद रहते है । कहीं बाहर निकल नहीं पा रहें है ।
वैसे हमें उससे ऐसे जवाब की उम्मीद नही थी । हमने ये कभी सोचा भी नहीं था कि कामवाले हैल्पर भी अपने घर में बिना काम के बोर हो सकते है ।
उसकी इस बात नें हमें सोचने पर मजबूर किया कि ऐसा नहीं है कि सिर्फ़ हम लोग ही घर में रह कर बोर हो जाते है । ये हमारे कामवाले हैल्पर भी अधिक समय तक घर में बंद रह कर परेशान और बोर हो रहें है ।
अब वैसे तो इनकी भी लाइफ़ हम लोगों के घर काम करने से एक तरह से रेगुलेटेड रहती है कि सुबह सुबह वो अपने घर का थोडा बहुत काम करके हम लोगों के घरों में काम करने आ जाती है । जैसे हमारी पार्वती है सुबह साढ़े सात या आठ बजे वो हमारे घर आ जाती है और फिर हमारे घर का काम निपटाते निपटाते उसे ग्यारह बज जाते है ।
और हमारे घर से जाकर वो अपने घर का काम ,खाना पीना और आराम करती होगी और फिर दोबारा शाम को हम लोगों के घर काम करने निकल पड़ती होगी । मतलब एक ढर्रे पर उसकी भी जिंदगी चलती होगी ।
अब आख़िर उनके लिये तो यही नौकरी है । और इस काम के बहाने वो अपने घर से बाहर निकलती है । और शायद उनकी भी ये आदत हो जाती है कि सुबह और शाम काम करने के लिये घर से बाहर जाना ही है।
और सबसे बड़ी बात जब हम लोग अपने अच्छे खासे घर में रहते हुये कई बार बोर हो जा रहें है तो इनके लिये तो और भी मुश्किल हो सकता है क्योंकि इनके घर बहुत ज़्यादा बडे नहीं होते है पर परिवार जरूर बड़ा होता है ।
क्या आपकी कामवाली हैल्पर भी बोर हो रहीं है ।
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