कितने दिन का लॉकडाउन था ( बीसवाँ दिन )
अरे ओ सखियों कितने दिन का लॉकडाउन था
इक्कीस दिन का
और अब कितने दिन बचे
दो दिन
अरे ओ सखियों
दो दिन नहीं अभी पंद्रह दिन और बढ़ेगा ( ऐसी ख़बर तो है )
चलो सखियों अपनी कमर कसे रहो क्यों कि अभी इस घरेलू काम काज से जल्दी छुट्टी नहीं मिलने वाली ।
और वो गाना सुना है ना हिम्मत ना हार फ़क़ीरा चल चला चल । मतलब लगे रहो ।
अब जब ये कवैरंटाईन आगे बढ़ने वाला है तो हम सबको भी अपनी हिम्मत और जोश को बरक़रार रखना होगा । बिलकुल उसी तरह जैसे उरी फ़िल्म में हीरो पूछता रहता था ना हाऊ इज द जोश । और सारे बटालियन कहती थी हाई सर ।
ठीक उसी बटालियन की तरह हम सबको भी अपना जोश हाई बनाये रखना है ।
तो फिर फ़िकर नॉट मतलब चिन्ता किस बात की । जैसे इतने दिन बीते वैसे ये बाक़ी के दिन भी बीत जायेंगे । क्यूँ ठीक कह रहे हैं ना ।
अब तो सारा काम भी बडे सलीक़े से और अच्छे से होने लगा है । अब तो काम करने के ऐसे पक्के हो गये है कि कुछ पूछिये मत । अरे हम क्या आप लोग भी तो अब सब काम करने में एक्सपर्ट हो रहें है ना ।
अब पहले तो खाना बनाना दूर की बात थी पर आजकल तो नये नये ट्रायल भी हो रहें है । पर हाँ इस बात का हम ख़याल रखते है कि जितना रोज़ाना हम सामान इस्तेमाल करते है उसी में कुछ नई डिश बना लें और सामान भी कुछ ज़्यादा ख़र्च ना हो क्यों कि अभी सब कुछ बहुत सम्भाल कर ख़र्च करने की ज़रूरत है ।
हम तो घर में कह भी रहे थे कि इस कवैरंटाईन ने काम करने की जो आदत छूट गई थी मेरा मतलब खाना बनाने की वो अब वापिस आ गई है । और अब हम अपनी इस आदत को बिलकुल भी नहीं बदलेंगें । और अब से हम ही खाना बनाया करेंगें । ☺️
पर हमारे घरवालों का कहना है कि हम इस खाना बनाने के चक्कर में ना पडे क्योंकि अभी लॉकडाउन की वजह से कहीं आ जा नहीं रहें है इसलिये सब बड़ा आसान लग रहा है । वरना ......☺️
तो बस गाते गुनगुनाते रहिये और मस्त होकर सब काम करते रहिये । हँसते हँसते कट जायेगा लॉकडाउन । 😃
इक्कीस दिन का
और अब कितने दिन बचे
दो दिन
अरे ओ सखियों
दो दिन नहीं अभी पंद्रह दिन और बढ़ेगा ( ऐसी ख़बर तो है )
चलो सखियों अपनी कमर कसे रहो क्यों कि अभी इस घरेलू काम काज से जल्दी छुट्टी नहीं मिलने वाली ।
और वो गाना सुना है ना हिम्मत ना हार फ़क़ीरा चल चला चल । मतलब लगे रहो ।
अब जब ये कवैरंटाईन आगे बढ़ने वाला है तो हम सबको भी अपनी हिम्मत और जोश को बरक़रार रखना होगा । बिलकुल उसी तरह जैसे उरी फ़िल्म में हीरो पूछता रहता था ना हाऊ इज द जोश । और सारे बटालियन कहती थी हाई सर ।
ठीक उसी बटालियन की तरह हम सबको भी अपना जोश हाई बनाये रखना है ।
तो फिर फ़िकर नॉट मतलब चिन्ता किस बात की । जैसे इतने दिन बीते वैसे ये बाक़ी के दिन भी बीत जायेंगे । क्यूँ ठीक कह रहे हैं ना ।
अब तो सारा काम भी बडे सलीक़े से और अच्छे से होने लगा है । अब तो काम करने के ऐसे पक्के हो गये है कि कुछ पूछिये मत । अरे हम क्या आप लोग भी तो अब सब काम करने में एक्सपर्ट हो रहें है ना ।
अब पहले तो खाना बनाना दूर की बात थी पर आजकल तो नये नये ट्रायल भी हो रहें है । पर हाँ इस बात का हम ख़याल रखते है कि जितना रोज़ाना हम सामान इस्तेमाल करते है उसी में कुछ नई डिश बना लें और सामान भी कुछ ज़्यादा ख़र्च ना हो क्यों कि अभी सब कुछ बहुत सम्भाल कर ख़र्च करने की ज़रूरत है ।
हम तो घर में कह भी रहे थे कि इस कवैरंटाईन ने काम करने की जो आदत छूट गई थी मेरा मतलब खाना बनाने की वो अब वापिस आ गई है । और अब हम अपनी इस आदत को बिलकुल भी नहीं बदलेंगें । और अब से हम ही खाना बनाया करेंगें । ☺️
पर हमारे घरवालों का कहना है कि हम इस खाना बनाने के चक्कर में ना पडे क्योंकि अभी लॉकडाउन की वजह से कहीं आ जा नहीं रहें है इसलिये सब बड़ा आसान लग रहा है । वरना ......☺️
तो बस गाते गुनगुनाते रहिये और मस्त होकर सब काम करते रहिये । हँसते हँसते कट जायेगा लॉकडाउन । 😃
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