आख़िर लोग पैट (डॉगी ) क्यूँ पालते है
द्वारका में आजकल बड़ी आम सी बात हो गई है कि लोग अपने पालतू डॉगी यहाँ छोड़ जाते है । अगर डॉगी पाला है तो फिर उसे इस तरह से सड़क पर कैसे छोड़ देते है । अगर उसे एक दिन सड़क पर लावारिस छोड़ना ही है तो पालते ही क्यूँ है ।
तीन चार दिन पहले जब हम लोग वॉक के लिये गये तो एक पॉमरेनियन डॉगी दिखाई दिया था पर फिर दो दिन तक वो नहीं दिखा तो लगा कि वहीं आस पास रहने वाले किसी का पालतू डॉगी होगा जो बिना लीश के घूम रहा होगा । पर आज जब हम वॉक के लिये गये तो देखा कि वो फिर से सड़क पर है ।
सबसे बड़ी बात कि अगर अपने प्यार से पाले हुये डॉगी को घर में नहीं रख सकते है तो कम से कम सड़क पर तो मत छोड़ो । ऐसी कितनी सारी संस्थायें है जहाँ लोग अपने बीमार डॉगी को छोड़ सकते है । पर शायद संस्था में ये बताना पड़ता होगा कि आप अपने डॉगी को संस्था में क्यूँ रखना चाहते है । और शायद इसी सवाल से बचने के लिये वो इन बेज़ुबानों को सड़क पर छोड़ जाते है । इससे अच्छा है कि पालो ही मत ।
तीन चार दिन पहले जब हम लोग वॉक के लिये गये तो एक पॉमरेनियन डॉगी दिखाई दिया था पर फिर दो दिन तक वो नहीं दिखा तो लगा कि वहीं आस पास रहने वाले किसी का पालतू डॉगी होगा जो बिना लीश के घूम रहा होगा । पर आज जब हम वॉक के लिये गये तो देखा कि वो फिर से सड़क पर है ।
सबसे बड़ी बात कि अगर अपने प्यार से पाले हुये डॉगी को घर में नहीं रख सकते है तो कम से कम सड़क पर तो मत छोड़ो । ऐसी कितनी सारी संस्थायें है जहाँ लोग अपने बीमार डॉगी को छोड़ सकते है । पर शायद संस्था में ये बताना पड़ता होगा कि आप अपने डॉगी को संस्था में क्यूँ रखना चाहते है । और शायद इसी सवाल से बचने के लिये वो इन बेज़ुबानों को सड़क पर छोड़ जाते है । इससे अच्छा है कि पालो ही मत ।
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