कुछ भी नाम रख देते है 😳
कल जब न्यूज़ देख रहे थे तो उसमें एक कपड़े धोने वाले साबुन मतलब डिटरजेंट का एड आया और उस साबुन का नाम सुन और पढ़ कर हम सोचने लगे कि कम्पनियाँ कैसे नाम सोचती है ।
या बस कुछ भी नाम रख देती है । क्या सोचकर ऐसे नाम रखती है ।
जिस साबुन का एड देखा था उस साबुन का नाम छोकरा साबुन है । और उसमें ये भी कहते हैं कि पैंसठ सालों का विश्वास ।
अब खैर हमने तो पहले इस साबुन का नाम कभी सुना ही नहीं था ।
बहुत सारे साबुन के थोड़े अजीब नाम तो होते है ।
जैसे निरमा ,घड़ी , व्हील ,फेना वग़ैरा तो खूब सुने और देखे है ।
पर ये छोकरा साबुन ।
हमारी तो समझ के बाहर है ।
या बस कुछ भी नाम रख देती है । क्या सोचकर ऐसे नाम रखती है ।
जिस साबुन का एड देखा था उस साबुन का नाम छोकरा साबुन है । और उसमें ये भी कहते हैं कि पैंसठ सालों का विश्वास ।
अब खैर हमने तो पहले इस साबुन का नाम कभी सुना ही नहीं था ।
बहुत सारे साबुन के थोड़े अजीब नाम तो होते है ।
जैसे निरमा ,घड़ी , व्हील ,फेना वग़ैरा तो खूब सुने और देखे है ।
पर ये छोकरा साबुन ।
हमारी तो समझ के बाहर है ।
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