रैली दे गोवा




जैसा की सभी जानते है की गोवा एक बहुत ही अच्छी जगह है और वहां हमेशा कुछ ना कुछ होता ही रहता है। ऐसा नही है की बाक़ी जगहों पर कुछ नही होता पर जैसे जब हम दिल्ली मे थे तो दूरी की वजह से कई बार हम लोग
इवेंट देखने नही जा पाते थे पर गोवा चुंकि छोटी जगह है और दूरियां ज्यादा नही है इसलिये आसानी होती है कहीं भी आने-जाने मे। अब दिल्ली मे भी विंटेज कार रैली होती थी पर हर बार जाना संभव नही होता था। शायद एक बार देखा है । रैली की शुरुआत मे पुलिस बैंड

हमारे लिए तो ये पहला अनुभव था किसी भी कार रैली को देखने का । इससे पहले तो सिर्फ टी.वी.मे ही कार रैली देखी थी। पर सामने देखने का रोमांच ही कुछ और होता है। वैसे ये कार रैली november २००६ मे हुई थी जहाँ पर भारत के हर प्रांत के
लोग इस कार रैली मे हिस्सा लेने आये थे।इस रैली का फ्लैग ऑफ़ गोवा के मुख्य सचिव किया था और इसमे करीब ४०-५० गाडियां जैसे मारुति एस्टीम,मारुति जिप्सी, फोर्ड फिएस्ता ,मित्सुबुशी लान्सर आदि गाडियां थी। सभी गाड़ियों अलग-अलग रंगों मे थी कोई एम.आर.एफ.के लाल रंग मे तो कोई जे.के.टायर के पीले रंग मे.तो कोई चेत्तिनाद के नीले रंग मे थी
रैली की शुरुआत नारियल फोड़ कर की गयी थी। रोहित उर्स prayer करते हुए



वैसे तो इसमे ज्यादातर आदमी ही हिस्सा ले रहे थे पर कुछ महिलाएं भी थी । जब गाडियां फ्लैग ऑफ़ के बाद ज़ूम-ज़ूम की आवाज के साथ निकलती थी तो मजा आ जाता था। चुंकि ये हमारा पहला अनुभव था और हम रैली मे भाग लेने वालों के नाम नही जानते है पर फोटो मे कुछ नामों को खीचने की कोशिश की है शायद आप लोग किसी को जानते हो।


और हां इस फोटो मे जो लडकी है वो स्पोर्ट्स चैनल की रिपोर्टर है नाम हमे मालूम नही है करनदीप से बात कर रही है







इस रैली मे मित्सुबिशी lancer के चालक नरेन कुमार विजेता हुए थे

ये फोटो मेरे बेटे ने खीची है

Comments

dhurvirodhi said…
वाह ममता जी; अच्छा रिपोर्ताज पेश किया है.
Udan Tashtari said…
रिपोर्टिंग तो खैर बढ़िया रही. जरा यह क्लियर करें कि आप हो कहाँ...गोवा, दिल्ली या अंड़मान...हम तो कन्फ्यूज ही हो गये हैं. :)
mamta said…
समीर जी confuse मत होइये । अंडमान मे हम जून २००३ से अगस्त २००६ तक थे ,उसके बाद से हम गोवा मे रह रहे है और आजकल फिलहाल घूमने के लिए दिल्ली आये है।

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