लता जी की आवाज मे कुछ भजन

इसके पहले भी आपने लता जी के मेरी पसंद के कुछ गीत सुने थे और आज हम लता जी की आवाज मे कुछ भजन यहाँ पर लगा रहे है । लता जी की आवाज मे तो अनगिनत ऐसे गीत है जिन्हें हजारों बार सुनने पर भी मन नही भरता है । तो अब हम ज्यादा कुछ नही लिखेंगे बस आप ये भजन सुनिए ।


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Comments

Arvind Mishra said…
वह सभी एक से बढ़ कर एक -इश्वर अल्लाह वाला तो भावातीत है ! शुक्रिया !
सभी अच्छे हैं लेकिन हमें "मोहे पनघट पे" कुछ ज्यादा ही प्रिय है. आभार.
Neeraj Rohilla said…
ममताजी,
हमारे दिन की शुरुआत इन भजनों को सुनकर हुयी है। बहुत आभार, आपका गीतों का चयन उत्कृष्ट है। पहले भी कई पोस्ट पर अन्य गीत सुन चुके हैं लेकिन हर बार टिप्पणी नहीं छोड पाये :-)
ममताजी,

पं नरेन्द्र शर्माजी की हिन्दी साहित्य को यह सुन्दर देन, लताजी की आवाज़ में बहुत दिनों के बाद सुनी. यहां पर इसे पिछले कई वर्षों से लगातार मीनू पुरुषोत्तमजी से सुनने का अवसर मिलता रहा है.

आपके चयन के लिये नमन
बहुत प्रिय रचनायें हैं।

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