गोवा मे सड़क यातायात कितना सुरक्षित ?
जब से ये नया साल शुरू हुआ है हर जगह कोई ना कोई हादसा हो रहा है तो भला गोवा कैसे इससे अछूता रहता। कल दोपहर गोवा मे भी pernem के पास एक सड़क दुर्घटना जिसमे एक टैंकर जो की रासायनिक तत्वों से भरा था और एक मिनी बस की टक्कर हो गयी थी। उस दुर्घटना मे एक ही परिवार के बारह लोगों की मृत्यु हो गयी और अन्य दस लोग घायल है।मिनी बस मे गुजरात के एक ही परिवार के २२ लोग थे। जिसमे एक नव-विवाहित जोडा भी था। ये पूरा परिवार गोवा घूमने आया था और गोवा से वापिस लौट रहा था।इस दुर्घटना मे मिनी बस वाले की शायद कोई गलती नही थी पर फिर भी टैंकर की तेज रफ़्तार और टैंकर ड्राइवर का एक मोड़ पर गाड़ी को कण्ट्रोल ना कर पाने की वजह से मिनी बस के यात्रियों को अपनी जान गंवानी पड़ी और टक्कर इतनी तेज थी की टैंकर का ड्राइवर भी बच नही पाया । उसकी भी घटना स्थल पर मृत्यु हो गयी ।
गोवा मे आम तौर लोग बहुत तेज गाड़ी चलते है और यहां की अजीब बात ये है की यहां पर लोग हार्न बहुत कम बजाते है।हर कोई आपसी सूझ-बूझ से गाड़ी चलते है। यहां तक ही चौराहे पर या तीव्र मोड़ पर भी हार्न बजाने का ज्यादा प्रचलन यहां नही है।जबकि गोवा मे पहाड़ होने की वजह से रास्ता ऊँचा-नीचा है और कई जगह सड़कें पतली भी है।पर फिर भी लोग गाड़ी तो फुल स्पीड पर नेक टू नेक चलते है पर हार्न बजाने मे कोताही करते है वो चाहे लोकल गोवा के लोग हो या देसी-विदेशी पर्यटक ही क्यों ना हो। विदेशी पर्यटक भी यहां गाड़ी तेज चलाते हुए देखे जा सकते है। और अगर आप हार्न बजा दे तो लोग आपको घूर कर देखते है मानो आपने हार्न बजाकर कोई गुनाह कर दिया हो। शुरू-शुरू मे तो हम लोगों को बड़ा अजीब लगता था पर अब तो लोगों के घूर कर देखने की आदत सी हो गयी है। पर हाँ एक बात मे तारीफ करनी होगी इन लोगों की कि अगर ट्रैफिक जैम भी होता है तो भी ये लोग हार्न बजा-बजा कर शोर नही करते है बल्कि चुपचाप खडे ट्रैफिक चलने का इंतजार करते है। और इसी लिए यहां नोएज पोलुशन बहुत कम है। पर आजकल एक्सीडेंट होना एक आम सी बात होती जा रही है।
एक और बात यहां पर आपको ट्रैफिक सिगनल भी दिखाई नही देंगे । बहुत ही कम जगहों या शायद पूरे गोवा मे मुश्किल से २-३ ट्रैफिक सिगनल ही होंगे।जब यहां फिल्म फेस्टिवल होता है उन दिनों यहां पंजिम मे जो इकलौता ट्रैफिक सिगनल वो काम करता है और उसके बाद कभी-कभार क्यूंकि वही mutual understanding से लोग गाड़ी चलाते रहते है।
दुर्घटना से देर भली वाली बात लोगों को समझने की जरुरत है।
गोवा मे आम तौर लोग बहुत तेज गाड़ी चलते है और यहां की अजीब बात ये है की यहां पर लोग हार्न बहुत कम बजाते है।हर कोई आपसी सूझ-बूझ से गाड़ी चलते है। यहां तक ही चौराहे पर या तीव्र मोड़ पर भी हार्न बजाने का ज्यादा प्रचलन यहां नही है।जबकि गोवा मे पहाड़ होने की वजह से रास्ता ऊँचा-नीचा है और कई जगह सड़कें पतली भी है।पर फिर भी लोग गाड़ी तो फुल स्पीड पर नेक टू नेक चलते है पर हार्न बजाने मे कोताही करते है वो चाहे लोकल गोवा के लोग हो या देसी-विदेशी पर्यटक ही क्यों ना हो। विदेशी पर्यटक भी यहां गाड़ी तेज चलाते हुए देखे जा सकते है। और अगर आप हार्न बजा दे तो लोग आपको घूर कर देखते है मानो आपने हार्न बजाकर कोई गुनाह कर दिया हो। शुरू-शुरू मे तो हम लोगों को बड़ा अजीब लगता था पर अब तो लोगों के घूर कर देखने की आदत सी हो गयी है। पर हाँ एक बात मे तारीफ करनी होगी इन लोगों की कि अगर ट्रैफिक जैम भी होता है तो भी ये लोग हार्न बजा-बजा कर शोर नही करते है बल्कि चुपचाप खडे ट्रैफिक चलने का इंतजार करते है। और इसी लिए यहां नोएज पोलुशन बहुत कम है। पर आजकल एक्सीडेंट होना एक आम सी बात होती जा रही है।
एक और बात यहां पर आपको ट्रैफिक सिगनल भी दिखाई नही देंगे । बहुत ही कम जगहों या शायद पूरे गोवा मे मुश्किल से २-३ ट्रैफिक सिगनल ही होंगे।जब यहां फिल्म फेस्टिवल होता है उन दिनों यहां पंजिम मे जो इकलौता ट्रैफिक सिगनल वो काम करता है और उसके बाद कभी-कभार क्यूंकि वही mutual understanding से लोग गाड़ी चलाते रहते है।
दुर्घटना से देर भली वाली बात लोगों को समझने की जरुरत है।
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यह बात हम सबको अच्छे से समझने की जरुरत है।