आप सभी का बहुत-बहुत आभार और शुक्रिया
आज सुबह जब हमने रोज की तरह चिट्ठे पढ़ने का काम शुरू किया तो जब हमने शब्दों का सफर की पोस्ट पढ़नी शुरू की जिसमे अजित जी ने उन्हें सृजन सम्मान मिलने की बात लिखी थी और पोस्ट के अंत मे उन्होने अनूप जी का और हमारा नाम लिख कर बधाई दी थी। उस समय हमने सोचा की उन्होने गलती से धन्यवाद की जगह बधाई लिख दिया है। इसलिए हमने भी उन्हें सम्मान मिलने की बधाई दी ।
उसके बाद हमने जब अपनी कल की पोस्ट और ई-मेल देखी तब तो हम चौंक ही गए क्यूंकि ई मेल मे मैथली जी ने हमें सृजन-सम्मान मिलने की बधाई और शुभकामनाएं दी थी तो हमारी कल की पोस्ट पर रवि जी ने टिप्पणी के रुप मे बधाई दी थी।
वैसे तो हम इस क्षेत्र मे बहुत नए है। पर इस पुरस्कार की खबर से हम कुछ खुश और कुछ चकित है।आज तो आप लोगों ने इस पुरस्कार की घोषणा करके हमे वाकई मे फिसड्डी से नंबर वन बना दिया । :)
हम इस ब्लॉगर परिवार का शुक्रिया करना चाहते है जिन्होंने हमेशा ही हमारी हौसला अफजाई की है।क्यूंकि अगर आप लोगों का साथ नही होता तो शायद हम यहां इतनी दूर तक नही आते।एक बार फिर से हम आप सबका तहेदिल से शुक्रिया।
उसके बाद हमने जब अपनी कल की पोस्ट और ई-मेल देखी तब तो हम चौंक ही गए क्यूंकि ई मेल मे मैथली जी ने हमें सृजन-सम्मान मिलने की बधाई और शुभकामनाएं दी थी तो हमारी कल की पोस्ट पर रवि जी ने टिप्पणी के रुप मे बधाई दी थी।
वैसे तो हम इस क्षेत्र मे बहुत नए है। पर इस पुरस्कार की खबर से हम कुछ खुश और कुछ चकित है।आज तो आप लोगों ने इस पुरस्कार की घोषणा करके हमे वाकई मे फिसड्डी से नंबर वन बना दिया । :)
हम इस ब्लॉगर परिवार का शुक्रिया करना चाहते है जिन्होंने हमेशा ही हमारी हौसला अफजाई की है।क्यूंकि अगर आप लोगों का साथ नही होता तो शायद हम यहां इतनी दूर तक नही आते।एक बार फिर से हम आप सबका तहेदिल से शुक्रिया।
Comments
बधाई स्वीकारें.
आपको इस सम्मान के विजेता बनने के लिये हार्दिक बधाई।
पारटी बनती है जी !
रायपुर आएंगी आप पुरस्कार लेने तब लेंगे ही आपसे पारटी!
बधाई!!
स्वागत है सृजन सम्मान अवसर पर आपका, संजीत की पारटी में हम न हों ऐसा हो ही नहीं सकता ।
संजीव
1500 ब्लागरो मे से केवल 10-12 बधाई सन्देश आये है। इसीलिये कहता हूँ कि सम्मान या पुरुस्कार फूट पैदा करते है। अभी तो एक और घोषणा होनी है। आपस मे ही भिडा देते है यह पुरुस्कारो की दुकान वाले। यदि जरूरी है तो सब मिलकर सर्वसम्मति से एक विजेता चुनते और फिर जमकर पार्टी होती। काश ऐसा होता।
सबसे पहले तो बधाई स्वीकार करें. आपका चिट्ठा चुना गया, मुझे कोई ताज्जुब नहीं है. आपके लेखन में एक अजीब ताजगी एवं स्वाभाविकता है जिस कारण आप ब्लॉगिंग विधा जिस मूल के लिये चालू की गई थी उसे पूरा कर रही हैं.
अब कीबोर्ड उठा लें, एवं कुछ और नियमित लिखा करें !!
स्नेह सहित -लावण्या