ख़ूब रही दिल्ली की ब्लॉगर मीट
आज सुबह यानी 14.7.07 को दिल्ली मे ब्लॉगर मीट होनी थी और उसमे हमने भी जाने के लिए अपनी सहमति जताई थी और हम पूरी तरह से तैयार भी थे। और चुंकि मिलने की जगह जैसा की अमित ने लिखा था या तो पैट्रोल पम्प या mcdonald पर इकट्ठा होकर सभी लोग ग्यारह बजे सरवना पहुंचेंगे। हमने भी अपनी इस ब्लॉगर मीट का सबसे ख़ूब बखान किया था की इस बार हम दुसरे ब्लॉगर से मिलेंगे।ख़ूब ढिंढोरा पीट रखा था।
आज सुबह जब हमने अपना ब्लोग देखा तो उसमे मसिजीवी जी ने टिपण्णी के साथ एक लिंक जो की ब्लॉगर मीट के संबंध मे था हमारी पोस्ट पर छोड़ा था। हमने लिंक खोलने की कोशिश की पर असफल रहे तो हमने मसिजीवी जी को मेल भेजा और उनसे कहा की चुंकि जो लिंक उन्होने पोस्ट पर लगाया था वो खुल नही रहा है इसलिये जो भी बात है वो हमे मेल कर दे क्यूंकि हमे लग रहा था की कहीँ मिलने की जगह ना बदल गयी हो। पर हमे कोई जवाब नही मिला तो हमने सोचा की venue तो वही होगा । आज हमारे छोटे बेटे का जन्मदिन भी है इसलिये हमने सोचा की जब हम सब ब्लॉगर मिल रहे है तो सबको केक खिलाया जाये क्यूंकि ऐसे मौक़े बार-बार कहॉ आते है।
तो भाई हम भी सुबह उठकर तैयार होकर सवा दस बजे निकले पर केक की दुकान पर थोडा समय लग गया और हमे जनपथ पहुँचते-पहुँचते ग्यारह बज रहे थे तो इसलिये हम सीधे सरवना पहुंच गए क्यूंकि सबको ग्यारह बजे सरवना जो पहुंचना था पर ये क्या वहां तो कोई भी नजर नही आया ।हम तीन-चार बार अन्दर भी देखने गए और बगल मे जो mcdonald है वहां भी दो-तीन बार देखा पर कोई भी नही दिखा। तो हम अपनी कार मे बैठे रहे इस इन्तजार मे की कोई तो सरवना मे आएगा । पर करीब पौने बारह बजे हमारा धैर्य जवाब दे गया और हमने वापस आने का सोचा । तब हमारे ड्राइवर ने कहा की मैडम एक और सरवना है वहां देख लीजिये तो हम वहां भी गए पर वहां भी कोई नही दिखा। तो फिर हमने घर लौटने मे ही भलाई समझी । हो सकता है बाक़ी लोग एक-दुसरे को पहचानते होपर हम ना तो किसी को पहचानते थे और ना ही किसी का मोबाइल नम्बर हमारे पास था।
वो कहते है ना की हम जब कोई गलती करते है तो उससे कुछ सीखते है तो इससे हमे एक सबक मिला की अगर आगे कभी भी कोई ब्लॉगर मीट होगी तो कम से कम एक का नम्बर तो जरूर ले लेंगे। वैसे जो भी ब्लॉगर मीट organise करता है उसे कम से कम अपना contact नम्बर जरूर देना चाहिए। अब बाक़ी की मीट का हाल आपको और लोग बताएँगे।
चुंकि हमारी ये पोस्ट १४.७.०७.मे नही दिख रही है इसलिये हम इसे दूबारा पोस्ट कर रहे है।
आज सुबह जब हमने अपना ब्लोग देखा तो उसमे मसिजीवी जी ने टिपण्णी के साथ एक लिंक जो की ब्लॉगर मीट के संबंध मे था हमारी पोस्ट पर छोड़ा था। हमने लिंक खोलने की कोशिश की पर असफल रहे तो हमने मसिजीवी जी को मेल भेजा और उनसे कहा की चुंकि जो लिंक उन्होने पोस्ट पर लगाया था वो खुल नही रहा है इसलिये जो भी बात है वो हमे मेल कर दे क्यूंकि हमे लग रहा था की कहीँ मिलने की जगह ना बदल गयी हो। पर हमे कोई जवाब नही मिला तो हमने सोचा की venue तो वही होगा । आज हमारे छोटे बेटे का जन्मदिन भी है इसलिये हमने सोचा की जब हम सब ब्लॉगर मिल रहे है तो सबको केक खिलाया जाये क्यूंकि ऐसे मौक़े बार-बार कहॉ आते है।
तो भाई हम भी सुबह उठकर तैयार होकर सवा दस बजे निकले पर केक की दुकान पर थोडा समय लग गया और हमे जनपथ पहुँचते-पहुँचते ग्यारह बज रहे थे तो इसलिये हम सीधे सरवना पहुंच गए क्यूंकि सबको ग्यारह बजे सरवना जो पहुंचना था पर ये क्या वहां तो कोई भी नजर नही आया ।हम तीन-चार बार अन्दर भी देखने गए और बगल मे जो mcdonald है वहां भी दो-तीन बार देखा पर कोई भी नही दिखा। तो हम अपनी कार मे बैठे रहे इस इन्तजार मे की कोई तो सरवना मे आएगा । पर करीब पौने बारह बजे हमारा धैर्य जवाब दे गया और हमने वापस आने का सोचा । तब हमारे ड्राइवर ने कहा की मैडम एक और सरवना है वहां देख लीजिये तो हम वहां भी गए पर वहां भी कोई नही दिखा। तो फिर हमने घर लौटने मे ही भलाई समझी । हो सकता है बाक़ी लोग एक-दुसरे को पहचानते होपर हम ना तो किसी को पहचानते थे और ना ही किसी का मोबाइल नम्बर हमारे पास था।
वो कहते है ना की हम जब कोई गलती करते है तो उससे कुछ सीखते है तो इससे हमे एक सबक मिला की अगर आगे कभी भी कोई ब्लॉगर मीट होगी तो कम से कम एक का नम्बर तो जरूर ले लेंगे। वैसे जो भी ब्लॉगर मीट organise करता है उसे कम से कम अपना contact नम्बर जरूर देना चाहिए। अब बाक़ी की मीट का हाल आपको और लोग बताएँगे।
चुंकि हमारी ये पोस्ट १४.७.०७.मे नही दिख रही है इसलिये हम इसे दूबारा पोस्ट कर रहे है।
Comments
:)
and from there it was decided to go to some other place
left from there at around 1 pm i think as i did not wish to go to an unannounced destination
jitender did not turn up and amit himself came after 12
good wishes for your son
deepak bharatdeep
कोई ना कोई कानटेक्ट नंबर तो ले के रखना था। मैं तो दिल्ली गया था तो मोबाइल की सहायता से ही सब लोगों को इकठ्ठा कर के मुलाकात कर ली और गपशप में भी काफी मज़ा आया।
बेटे को जनमदिन की बधाइयां.
खैर अंग्रेज़ी में एक कहावत है -इट इज़ ऑलवेज़ नेक्ट टाइम' ज़रूर मिलना होगा।
सुनीता(शानू)
कल शायद हमारी शनि की दशा खराब रही होगी।
दीपक जी निराशा नही अफ़सोस जरूर है की हम सबसे मिल नही पाए।
समीर जी कुछ टिप्स हो तो बतायें हम आगे उनका पालन करेंगे।
शैलेश जी पोस्ट तो हमने ध्यान से ही पढी थी की सवा ग्यारह बजे सब लोग सरवना जायेंगे और चुंकि केक लेने मे हमे थोड़ी देर हो गयी थी इसलिये हम सीधे सरवना ही पहुंच गए। और जब वहां किसी को नही देखा तो हमे लगा की शायद venue बदल दिया गया है। हाँ हमारी इतनी गलती जरूर है की हमने कैफे कॉफी डे मे नही देखा।
रही बात मोबाइल नम्बर की तो वो तो किसे ने माँगा ही नही।
हम केक मे हिस्सा नही बटा पाये,अफ़सोस रहेगा.
दिल्ली ब्लोगर मीट के ठेकेदार का न. अभि ले लीजीये हम हमेशा एक काल की दुरी पर होते है
०९८९९०२२६८८
आपके पास हमारा जीमेल आईडी था अगर आप मेल करती या चैट में भी पूछती तो आपको कई नंबर मिल जाते। खैर अगली बार सही.....
आपसे मिलना न हो सका इस बात का अफसोस रहा. फिर कभी सही.