दिल्ली और ट्रैफ़िक जाम

दिल्ली में कब कहाँ और क्यूँ ट्रैफ़िक रूक जायेगा कहना बहुत मुश्किल है । लोग कहते है कि सोमवार को और शुक्रवार को सबसे ज़्यादा ट्रैफ़िक होता है क्योंकि दोनों दिन हफ़्ते के पहले और आख़िरी दिन होते है । बारिश हो तो ट्रैफ़िक जाम लग जाता है बारिश ना हो तब भी ट्रैफ़िक जाम लग जाता है । वजह हो या ना हो ट्रैफ़िक जाम हो ही जाता है । और सिर्फ़ सुबह -शाम ही ट्रैफ़िक जाम होगा ऐसा भी नहीं है । 😙

इस बीते सोमवार हम अपनी दोस्त के साथ वसंत कुंज से होते हुये ग्रेटर कैलाश जा रहे थे तो महिपालपुर बाई पास पर बहुत ज़्यादा ट्रैफ़िक मिला था और जो रास्ता दस - पन्द्रह मिनट का था उसे पार करने में चालीस मिनट लग गये थे । हमारी दोस्त का कहना था कि सोमवार को हमेशा बहुत ट्रैफ़िक होता है । इसलिये सोमवार को जाने से बचना चाहिये । हालाँकि हम अकसर जाते रहते है ।

पर कल जब हम फिर से वसंत कुंज के एक हॉस्पिटल जा रहे थे तो हम बहुत ही बुरे ट्रैफ़िक जाम में फँस गये थे । वैसे कल ना तो सोमवार और ना ही शुक्रवार था ना ही कोई ऑफ़िस टाइम था । जैसे ही हम चले तो ड्राइवर को बोला कि महिपालपुर बाई पास से चलना पर वो गुरूग्राम वाले रास्ते से चला तो हमने उसे टोका और पतिदेव बोले कि कार वापिस मोड़ लेते है पर हमने कहा कोई बात नहीं इधर से भी जा ही सकते है । और जैसे ही एयरपोर्ट से आगे बढ़े कि बस कार रूक गई और इंच इंच करके कार चलने लगी । हमारा साढ़े ग्यारह का एपॉइंटमेंट था पर उस ट्रैफ़िक में खड़े खड़े और घोंघे से भी धीमी गति से चलते हुये साढ़े बारह हो गये थे । और कार में बैठे बैठे ड्राइवर पर भी ग़ुस्सा आ रहा था और अपने आप पर भी ।

और जब किसी तरह रेंगते हुये कार महिपालपुर वाले मोड़ पर पहुँची तो वहाँ ट्रैफ़िक पुलिस मुड़ने ही नहीं दे रही थी क्योंकि उधर आगे तक पूरा ट्रैफ़िक रूका हुआ था इसलिये पुलिस वाले सारी गाड़ियों को सीधे धौला कुँआ की तरफ़ भेज रहे थे । और हम लोग भी उसी ओर चल दिये । धौला कुँआ वाले रास्ते से वसंत कुंज पहुँचना कोई आसान काम नहीं है । पतिदेव बोले कि उधर से चलते है पर हमने मना कर दिया क्योंकि इतने थकाऊ और उबाऊ ट्रैफ़िक के बाद हॉस्पिटल पहुँचो और डाक्टर ना मिले तो सब बेकार ।

खैर तो हम लोग दिल्ली के ट्रैफ़िक को कोसते हुये वापिस घर की तरफ़ वापिस चल दिये । 😏

Comments

Popular posts from this blog

जीवन का कोई मूल्य नहीं

क्या चमगादड़ सिर के बाल नोच सकता है ?

सूर्य ग्रहण तब और आज ( अनलॉक २.० ) चौदहवाँ दिन