अरे ओ साम्भा हम सब बच गए :)

ओफ हो पिछले एक हफ्ते से हर चैनल और यहाँ तक की अखबारें मे भी तरह-तरह की खबरें देखने और पढने को मिल रही थी । टी.वी.चैनल वालों ने तो प्रलय अरे नही- नही महाप्रलय ही ला दी थी।कि बुधवार को दुनिया मे प्रलय आ जायेगी और दुनिया नष्ट हो जायेगी । महाप्रलय की न्यूज़ के साथ-साथ यही न्यूज़ वाले ज्योतिषियों को भी लेकर आ गए थे कि कौन सी राशि वालों को क्या करना चाहिए ।कैसे अपना बचाव करे।क्या दान करें। और किस ग्रह -नक्षत्र का किस राशि का पर क्या असर पड़ेगा वगैरा-वगैरा।

पर परसों रात मे अचानक स्टार न्यूज़ ने इस संभावित महाप्रलय को महाप्रयोग कहना शुरू किया और दीपक चौरसिया वही आज तक वाले ने (अरे आपको पता नही कि दीपक अब आज तक पर नही बल्कि स्टार न्यूज़ पर दिखते है . :) ) लोगों को समझाना शुरू किया कि इससे घबराएं नही ये एक महा प्रयोग है वगैरा-वगैरा। और ये भी कि इस प्रयोग से जुड़ी खबरें वो और उनका चैनल लोगों तक पहुंचाते रहेंगे । अब सबसे तेज चैनल से आपको रक्खे आगे वाले चैनल मे जो आ गए है। :)

अरे भइया जब प्रलय आएगी तो न्यूज़ चैनल कौन देख रहा होगा। और जब प्रलय आनी होगी तो भला कौन उसे रोक सकता है।हम लोग तो छुटपन मे सुनते थे कि जब शिव जी अपनी तीसरी आँख खोलते है तभी प्रलय आती है और सृष्टि का विनाश होता है। एक आम और खासआदमी के जीवन मे तो रोज ही कोई कोई प्रलय आती ही रहती है

अब जैसे अमिताभ बच्चन ने एम.एन.एस.से माफ़ी मांगी पर एम.एन.एस.का कहना है कि जया सार्वजनिक रूप से टी.वी.पर माफ़ी मांगे।क्यूंकि मराठी भाषा का अपमान टी.वी.पर हुआ था जिसे सब लोगों ने देखा था। तो वहीं शाह रुख खान को ख़ुद को दिल्ली वाला कहने पर बाल ठाकरे नाराज है।ये तो बड़ी ही आम बात है कि हम जहाँ पले-बढे होते है अपने को वहीं का बताते है। तो अंसल बंधुओं को जेल जाना पड़ेगा ( उपहार सिनेमा वाले ) क्यूंकि उनकी bail रिजेक्ट हो गई है।वहीं आरुशी के केस मे सी.बी.आई .के पास अभी तक कोई प्रूफ़ नही है कि आरुशी को किसने मारा और क्यूँ माराऔर दिल्ली की सड़कों पर तो रोज ही ब्लू लाइन बस अपना प्रलय ढाती रहती है। और ब्लू लाइन की ये प्रलय कितने परिवारों के जीवन भर के लिए महा प्रलय बन जाती है। बिहार मे आई प्रलय क्या किसी इस महाप्रलय से कम है।

और आज ११ सितम्बर है . आज का दिन अमेरिका के लिए किसी महाप्रलय से कम नही था जब w.t.c. को प्लेन से गिराया गया थाऔर उन परिवारों के लिए आज भी ये दिन महाप्रलय से कम नही है

और अपने ब्लॉगिंग मे भी हर थोड़े दिन पर कोई कोई प्रलय ही जाती है

खैर टी.वी.generated महाप्रलय से हम सब बच गए । अब आशा करते है की ब्लॉगिंग मे आई प्रलय से भी हम जल्दी ही बच जायेंगे।

Comments

ब्लागिंग की प्रलय से बचना जरा मुश्किल है ..लगता है यहाँ लगातार महाप्रयोग होते रहते हैं :) जो रोज़ नही कहानी कहते हैं :)
भला हो इन चैनलों का हम तो परसों रात इन के सौजन्य से ब्लेक होल की सैर कर आए। सुनाएँगे हाल कभी।
Anil Pusadkar said…
tv waalon ne to pralay ke baad ki bhi tayari kar rakhi thi.kaisa lag raha aapko, iske liye kise jimmedar mante hain, wagaira wagaira. uske bad sabhi chillane ki practice kar chuke the ki sab se pehle hum dikha rahe hain aapko ye khabar,are na dekhne wale hote na dikhane wale bachte, magar tayari to karni padti hai na. achhi khichai ki aapne farzi news channellon ki
चलिये आप भी निपट लिये महाप्रलय से!
बच गए आप भी " पिरलय" से
arre aaj ham bhi bade plan se aaye the is subject par ek post dene ko khair aap ne likh to diya
अपन टीवी नई देखते तो इस महाप्रलय की खबरें झेलने से बच गए, और आजकल ब्लॉगजगत पे आना कम होता है सो इधर के महाप्रलय की भी जानकारी नई रहती ;)
t.v. valo ko kya kahe jo pal pal rang badalate hai or logo ko bevakoof banate hai .
Abhishek Ojha said…
अच्छा शीर्षक रखा आपने :-)
admin said…
हाँ लेकिन इन खबरिया चैनलों ने तो मरने का पूरा माहौल बना दिया था।
शोभा said…
ममता जी
बचे कहाँ हैं कहा जा रहा है वो प्रयोग अक्टूबर में होगा. तब तक खैर मनाएंगे और अपनी रचनाएँ सबको पढ़वायेंगे. सस्नेह.
Udan Tashtari said…
ब्लॉग का प्रलय भी डराता तो है!!लेकिन इस प्रलय के नाम पर हम तो भाग कर चढ़ लिए थे टंकी पर. :)जान बची!!!!!!!!!!!!!!!
सब प्रभु की माया है। कहीं धूप तो कहीं छाया है।
कहीं आत्‍मा तो कहीं काया है। इतने प्रलय की बात सुन-सुनकर सबका जी भर आया है।
अच्‍छा आलेख।
प्रलय होगा तब होगा ~~
अभी तो सब तरफ
हल्ल्ला बोला हो रहा है ~~
अगर हम सब इन बेकार के टी वी चेनलो को देखना बन्द कर दे तो इन की प्रलय जरुर आ जाये गी, अजी हम तो बेठे ही उस प्रलय के बिलकुल पास हे, लेकिन मेने तांगे समेत धान्नॊ को तेयार रखा हे इधर प्रलय उधर धन्नो भाग......
धन्यवाद
कैसे बचे गये? इसकी जांच कराई जाये! लेकिन पहले लड्डू बंटवाये जायें!

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