रिची -रिच
अब ये कुछ अजीब सा शीर्षक तो है पर बात ये है की अभी चंद रोज पहले हम बंगलोर गए थे ।अब चूँकि बंगलोर हम करीब तीस साल बाद गए थे तो सोचा कि क्यों न बंगलोर घूम ही लिया जाये। और वहां घुमते हुए अचानक ही हम लोग एक सात सितारा होटल जो की अभी बन रहा है उसके सामने से गुजरे तो हम लोगों की गाड़ी के ड्राईवर ने बड़ी ही गर्मजोशी से बताया कि साब ये होटल विजय मालया का है।ये होटल भी शायद बीस मंजिल का है। और इसमे ऊपर हेलीपैड भी बना हुआ है।हमारे ड्राईवर ने ये बताया की चूँकि अब बंगलोर का नया एअरपोर्ट करीब ३०-३५ कि.मी .की दूरी पर बन रहा है और बंगलोर मे ट्रैफिक बहुत बढ़ रहा है तो होटल से एअरपोर्ट जाने के लिए हेलिकॉप्टर की सुविधा रहेगी।जिससे कम समय मे एअरपोर्ट पहुँचा जा सके। जब तक उसने ये बताया और जब तक हम लोग होटल को देखते तब तक गाड़ी आगे बढ़ चुकी थी। पर फिर भी हमने कोशिश की उसकी फोटो लेने की।
हेलीपैड से एक और बात याद आ गयी कि अभी हाल ही मे मुकेश अम्बानी ने अपनी पत्नी नीता अम्बानी को एक एयरबस जन्मदिन के तोहफे मे दी है। जिसमे हर सुख-सुविधा है। यही नही खबर तो ये भी है कि मुकेश अम्बानी अपनी पत्नी को अगले साल जन्मदिन के तोहफे के रुप मे एक ऐसा घर देने वाले है जिसमे करीब २६-२७ मंजिलें होंगी और एक हेलीपैड भी होगा। अब हेलीपैड बनेगा तो हेलिकॉप्टर तो होगा ही। वैसे २७ मंजिल के इस घर मे छे मंजिलों पर तो कार पार्किंग बनायी जा रही है। चलो भाई मान लेते है कि इतनी कारें तो हो सकती है पर फिर भी बीस मंजिल रहने के लिए कुछ कम नही है। :)
अब जब २७ मंजिल का घर है तो उसी हिसाब से नौकर- चाकर भी होंगे। अरे चौकिये मत कुछ ज्यादा नही बस छे सौ और सबसे मजेदार बात इस पूरे घर मे सिर्फ छे लोग रहेंगे। मतलब हर एक के लिए सौ लोग । वाह भाई वाह।
क्या अच्छा होता कि अगर अम्बानी भारत के कुछ गांवों को एडोप्ट कर लेते तो शायद भारत के गाँव की कुछ तस्वीर ही बदल जाती।
Comments
aapka lekh sateek aur achacha lagaa mamtaa ji...aabhaar
अपन तो समझ नही पाते इनका चक्कर.
लेकिन यह मैं बताना चाहूँगा कि नैतिकता हम सब के लिए ठीक है पर… अगर बिल्ली चूहों से दोस्ती कर लेगी तो खायेगी क्या… वह इसी कारण मुकेश अंबानी है…।
ये गांव खत्म करने की बात करते हैं और आप इनके द्वारा गांवो को गोद लेने की बात कर रही हैँ...
कितना अच्छा हो अगर ये मुझे ही गोद ले लें तो....