corona का खतरा

पिछले दो महीने से corona के बारे में सुन सुन कर हम सब काफी हद तक जागरूक तो हो रहे है पर फिर भी बहुत अधिक सावधानी बरतने की हम सभी को जरूरत है।

 corona  वायरस जो कि चीन से शुरू होकर तकरीबन सारी दुनिया में फ़ैल गया है और अब अपने हिंदुस्तान में भी फ़ैल रहा है। तो जाहिर सी बात है कि यहां पर भी हर तरह की सावधानी बरती जा रही है और बरती जाएगी।

इसी सावधानी के तहत देश के ज्यादातर स्कूल,कॉलेज,सिनेमाघर,जिम  और बहुत सारे ऑफिस वगैरा बंद कर दिए गए है । और यात्रा पर भी पाबंदी है। 


अब हर मॉल जो खुले है वहां हर एक की स्क्रीनिंग की जा रही है। हर दुकान और रेस्टोरेंट में हैंड सैनिटाइजर रक्खे हैं। और अब तो हर कोई इतना जागरूक हो गया है कि अपने साथ भी हैंड सैनिटाइजर लेकर चलता है।क्यूंकि बचाव में ही सुरक्षा है।

 आजकल तो क्या  फोन और क्या टी वी हर जगह corona के बारे में विज्ञापन आता है कि कैसे हाथ साफ करते रहना चाहिए ।और अगर किसी को खांसी जुखाम है तो उससे दूरी बनाकर रखनी चाहिए ,वगैरा वगैरा।

और वॉट्सएप तो corona  के जोक्स से भरा हुआ है। वैसे कमाल है वॉट्सएप वालों का कि हर रोज इतने नए नए जोक्स बनाते है।


 स्कूल बंद होने से जहां बच्चे खुश वहीं ज्यादातर माएं बहुत परेशान हो रही है।हम एक ग्रुप के सदस्य है जहां नन्हे बच्चे जिनके स्कूल बंद हो गए है उनकी माएं परेशान है। और वो अक्सर ग्रुप पर पूछती रहती है कि बच्चों को व्यस्त रखने के लिए क्या कोई हॉबी क्लास या कोई और तरह की क्लास कहीं हो रही है। या बाकी लोग कैसे बच्चों को हैंडल कर रहे है।😊 और इसके जवाब में कुछ लोग क्लासेज के बारे में बताते है तो कुछ  लोग उन्हें बच्चों को कहीं ना भेजने की सलाह भी देते है और बच्चों के साथ घर पर समय बिताए। ये मशवरा भी देते है।

मांओं को भी ये समझने की जरूरत है कि बच्चों के स्कूल बंद करने का मकसद ही बच्चों को किसी भी तरह से corona  वायरस से बचाना है । 

असल में माओ की आदत नहीं रह गई है कि पूरे दिन बच्चे घर पर रह कर हो हल्ला मचाए । माएं परेशान है कि बच्चे पूरे दिन टी वी और फोन में लगे रहते हैं। क्यूंकि जब गर्मी की छुट्टियां होती है तब भी बच्चे या तो हॉबी क्लास में जाते है या फिर घूमने फिरने ।

पर अब corona के चलते सभी कुछ बंद है। हम तो यही कहेंगे कि माएं अपने बचपन को याद करें कि वो गर्मी कि छुट्टियों में जब मोबाइल और लैपटॉप,इंटरनेट और इतने सारे टी वी चैनल नहीं थे तो वो लोग अपना समय कैसे बिताती थी।हम लोग तो खैर छुट्टियों में जब घर पर रहते थे तो कैरम,ताश,लूडो,वगैरा खेलते थे। और आज भी बच्चे ये खेल खेलना पसंद करते है।

माना कि आज के बच्चे कुछ ज्यादा ही तेज होते है पर बच्चे तो बच्चे है।

घर पर बच्चों के साथ खेल कर ,उनके साथ समय बिता कर,उन्हें खेल खेल में कुछ सिखाना और साथ ही पढ़ना पढ़ाना ,बच्चों की हेंड राइटिंग सुधारने की कोशिश करना जिसके लिए आजकल लोग बच्चों को ऐसी क्लासेज में भेजते है।  

हम जानते हैं कि ये सब बहुत आसान नहीं है पर कोशिश तो की ही का सकती है।

Corona का खतरा अभी बना हुआ है इसलिए सब लोग अपना खूब ध्यान रक्खो और घर पर ही रहकर अच्छा समय बिताओ और खुश रहो।



 

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