हमने तो बुला लिया 😛

हाँ हाँ सही पढ़ रहें है ।

अब वो क्या है ना कि छठां महीना चल रहा है 😜

और अब सारा काम करना थोडा भारी लगने लगा है ।

और पिछले यानि पाँचवें महीने में हमने ऊह आह आउच के बारे में लिखा भी था ।

तो हमने सोचा कि ये ऊह आह आउच कहीं ज़्यादा ना बढ जाये ।

इसलिये हमने पार्वती यानि कि हमारी हैल्पर (कामवाली ) को आज से वापिस काम पर बुला लिया है ।

वैसे अभी सिर्फ़ बर्तन ही धुलता रहें है । बाक़ी और कोई काम जैसे डस्टिंग और झाड़ू और खाना वग़ैरा नहीं बनवा रहें है ।

वैसे उसकी और अपनी दोनों की सुरक्षा का खयाल रखा है । क्योंकि ख़तरा तो दोनों के लिये ही है ।

और उसके आने के पहले सारे इंतज़ाम भी कर लिये मसलन हैंड सैनिटाइजर और मास्क ख़ास उसी के लिये मँगवाया है और दरवाज़े के पास ही रख दिया है ।

ताकि जैसे ही वो आये तो पहले हाथ सैनिटाइज कर ले और नया मास्क पहन ले और तब ही किचन में जाये ।

और काम करके वापिस जाते समय मास्क को नीचे डस्टबीन में डालकर जाये ।


अभी तो आज पहला दिन था उसका काम का । हो सकता है इतने महीनों बाद काम करने से उसे कुछ परेशानी हो पर हमें जो इतने महीनों से काम कर रहे थे , उसके आने से हमें जरूर आराम महसूस हो रहा है ।

और वैसे भी अब कोरोना के साथ जीने की आदत डालनी है और ये उस आदत की तरफ़ हमारा पहला क़दम है । 🤓

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