tag:blogger.com,1999:blog-508437643371954996.post5571750461491896196..comments2024-02-21T21:49:17.656+05:30Comments on mamta t .v.: इतने असंवेदनशील कैसे हो रहे है हम . ...mamtahttp://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-508437643371954996.post-15725097142987020292008-04-30T00:30:00.000+05:302008-04-30T00:30:00.000+05:30मै दीपक भारतदीप जी से सहमत हूं पीक्चर मे ही ऎसे फी...मै दीपक भारतदीप जी से सहमत हूं पीक्चर मे ही ऎसे फील्म दीखा दीखा कर डराते हैं। अब समाज एक डरपोक बन गया है और कीसी की भी मदद तभी करेगा जब उसे पूरा वीशवाश हो जाए की उसे कोई खतरा नही है।<BR/><BR/>ईन सब की एक ही सजा होनी चाहीये "फांसी"कुन्नू सिंहhttps://www.blogger.com/profile/18373944533455818486noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-508437643371954996.post-74610991143570882162008-04-14T12:21:00.000+05:302008-04-14T12:21:00.000+05:30ममता जी आप हिन्दी फिल्में देखना बंद कर दें तो सच क...ममता जी <BR/>आप हिन्दी फिल्में देखना बंद कर दें तो सच कहता हूँ कि डर काम हो जायेगा. सच तो यह है कि यह समाज पहले इतना डरपोक नहीं था फिल्मों को देखकर ऐसा हो गया है. आप देखिये फिल्मों में जो ऐसे किसी महिला के बचाव में आता है उसे फिर जो परेशानियाँ होतीं हैं वह सब आप देखतीं हैं उसके बाद क्या किसी में यह साहस रह जाता है किसी की मदद करे. सच तो यह है कि फिल्मों ने लोगों को डरपोक बनाया ताकि अपराधी मजे से अपना काम कर सकें. आप देखिये फिल्मों को पैसा कहाँ से मिलता है और वह क्या चाहेंगे कि यहाँ की कॉम बहादुर बने.दीपक भारतदीपhttps://www.blogger.com/profile/14727354455089892030noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-508437643371954996.post-70753399094164366772008-04-12T01:44:00.000+05:302008-04-12T01:44:00.000+05:30आए दिन होती इन्ही घटनाओं के कारण विदेशों मे रह रहे...आए दिन होती इन्ही घटनाओं के कारण विदेशों मे रह रहे बच्चे चाह कर भी अपने देश आगे की पढ़ाई के लिए आने को डरते हैं. कुछ ही हिम्मत कर पाते हैं. <BR/>आज नोएडा में हुए कत्लेआम की चर्चा है .मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-508437643371954996.post-59290926425591234692008-04-11T23:31:00.000+05:302008-04-11T23:31:00.000+05:30अफसोसजनक ....घोर खेदपूर्ण।अफसोसजनक ....घोर खेदपूर्ण।Dr Parveen Choprahttps://www.blogger.com/profile/17556799444192593257noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-508437643371954996.post-23578046063485088492008-04-11T22:30:00.000+05:302008-04-11T22:30:00.000+05:30असंवेदनशीलता तो आज हमारे अंश जैसा हो गया है… लोग आ...असंवेदनशीलता तो आज हमारे अंश जैसा हो गया है… लोग आज दृश्य देखना चाहते हैं… Reality Show का जो जमाना है…।Divine Indiahttps://www.blogger.com/profile/14469712797997282405noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-508437643371954996.post-5832960638200454652008-04-11T20:59:00.000+05:302008-04-11T20:59:00.000+05:30सब से पहले पत्रकारो को सजा दे, उन्हे किसने बताया य...सब से पहले पत्रकारो को सजा दे, उन्हे किसने बताया यहां यह सब होने वाला हे फ़िर जो पुलिस वाले, उन्हे पकडे,ओर फ़िर वो हिजडे जो तालिया मार रहे थे ओर टांगे मार रहे थे, यह सब सजा के हक दार हे.राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-508437643371954996.post-66292004147436132552008-04-11T18:47:00.000+05:302008-04-11T18:47:00.000+05:30डरपोक मौका मिलने पर ऐसा ही करते है ,पर सजा मिल जाए...डरपोक मौका मिलने पर ऐसा ही करते है ,पर सजा मिल जाए तो अत्मा को शान्ती मिले ,रोज ही कुछ न कुछ दिखता है -मन दुखी होता है,गजब तेरी दुनियाँ मालिक......आभाhttps://www.blogger.com/profile/04091354126938228487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-508437643371954996.post-76804897930257599092008-04-11T18:41:00.000+05:302008-04-11T18:41:00.000+05:30बैशक हम 21 सदी में जी रहे है पर मानसिकता अभी भी वह...बैशक हम 21 सदी में जी रहे है पर मानसिकता अभी भी वही पुरानी है।सुशील छौक्कर https://www.blogger.com/profile/15272642681409272670noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-508437643371954996.post-68610590870906298842008-04-11T18:28:00.000+05:302008-04-11T18:28:00.000+05:30हम अपनी संवेदनाओं को धीरे-धीरे खोते जा रहे है, जो ...हम अपनी संवेदनाओं को धीरे-धीरे खोते जा रहे है, जो हमारे समाज के लिए शुभ शुचक नही है .रवीन्द्र प्रभातhttps://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-508437643371954996.post-48633102105659859462008-04-11T18:11:00.000+05:302008-04-11T18:11:00.000+05:30दुखद है यह सम्वेदनहीनता।दुखद है यह सम्वेदनहीनता।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-508437643371954996.post-32949502303595664982008-04-11T18:07:00.000+05:302008-04-11T18:07:00.000+05:30ye to hadd ho gayi besharmi ki,these eporters r sh...ye to hadd ho gayi besharmi ki,these eporters r shooting instead of saving that girl,and police tamasha dekh rahi thi.mehekhttps://www.blogger.com/profile/16379463848117663000noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-508437643371954996.post-30428373924708107182008-04-11T16:43:00.000+05:302008-04-11T16:43:00.000+05:30ममता जी ,सुबह से देख रही हूँ मैं भी ।आपकी चिंता सम...ममता जी ,<BR/>सुबह से देख रही हूँ मैं भी ।<BR/>आपकी चिंता समझ रही हूँ ।एक बात पुरानी नही होती दूसरी सामने आ जाती है ।सुजाताhttps://www.blogger.com/profile/12373406106529122059noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-508437643371954996.post-12898086897839209742008-04-11T16:35:00.000+05:302008-04-11T16:35:00.000+05:30mamtaji jin logon ne ye reprt dikhayi wo kitne san...mamtaji <BR/>jin logon ne ye reprt dikhayi wo kitne sanvedansheel hain ki unhone use bachane ki bajaye use shoot karna shuru kar diya...nadeemhttps://www.blogger.com/profile/02876217379889434662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-508437643371954996.post-91931496941878069372008-04-11T16:34:00.000+05:302008-04-11T16:34:00.000+05:30वे पत्रकार क्या कर रहे थे?? अपनी TRP के पीछे थे क्...वे पत्रकार क्या कर रहे थे?? अपनी TRP के पीछे थे क्या?PDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.com