अब कार में भी इन्टरनेट कनेक्शन

अरे हम गप्प नही मार रहे है बल्कि सच कह रहे है। अब आजकल तो हर काम इन्टरनेट से जुड़ गया है और लोग हर दम इन्टरनेट से जुड़े रहना चाहते है। वो चाहे घर हो या दफ्तर। पर कार में इन्टरनेट करने में समस्या आती है न। आती है कि नही । तो अब ऐसी कार जिसमे इन्टरनेट कनेक्शन हो और जिससे ड्राइव करते हुए भी इन्टरनेट करा जा सके। कुछ ऐसी ही कार
अमेरिका की ऑटोमोबाइल बनाने वाली कंपनी Chrysler
बनाने की सोच रही है।

इस कंपनी का कहना है की UConnect Web system से वायरलेस कनेक्शन के जरिये कार में नेट किया जा सकेगा।
और इस कनेक्शन के जरिये इन्टरनेट से कोई भी चलती गाड़ी में अपने e mail चेक कर सकता है।फोटो और music डाउनलोड कर सकता है और तो और गेम भी खेल सकता है। अरे एक्सीडेंट का खतरा बढ़ जायेगा।

अब देखना है कि कार में इन्टरनेट कनेक्शन होने से लोगों को परेशानी होती है या नही। और इसके कुछ फायदे है या नही।

Comments

कुश said…
ye to badhiya khabar hai
सही में यह तो अच्छी ख़बर है ...इन्टरनेट बिना अब चैन कहाँ रे :)
रोचक खबर! वैसे मैं तो सबसे जरूरी मानता हूं कि घर के टॉयलेट में एक वाई-फाई कनेक्शन और एक पुस्तकों का रैक होना चाहिये! :)
आँख, कान और मुहँ में इण्टरेक्टिव फोन और इण्टरनेट कब तक लगेगा?
Rajesh Roshan said…
वकील साहब की बात पर गौर किया जाए.... और कही तो नही छुट रहा...
bahut badhiya samachaar hai par yah khataranaak sabit ho sakata hai.
Udan Tashtari said…
यह ओ अच्छी खबर ही कहलाई-क्यूँ?
pallavi trivedi said…
achchi khabar par gaadi agar driver chala raha ho to...
अरे छोड़ो भी ?
अभी तो घर में ही बाजा बजता रहता है, फिर कार में भी ?
पंडिताइन क्या जिन्दा छोड़ेगी, मुझ गरीब को ?
admin said…
अच्छी खबर है। पर जब कोई नयी चीज आती है, तो उसके फायदों के साथ नुकसान तो जुडे ही रहते हैं।
Anonymous said…
आपसे विशेष अनुरोध है कि इस लिंक को हमारे लिये भी खोले
http://mamtatest.blogspot.com/

अगर योग्यता रखता हूँ तो
अन्यथा प्राइवेसी भंग करने का मेरा कोई प्रयोजन नही है

:)

और इन्टरनेट जहाँ लग जाय . यूजर यूज करेगे , दुर्घटना हो चाहे घटना कोई फ़र्क नही पड़ता
Anonymous said…
"यूं तो हम है इलाहाबादी ,रहने वाले दिल्ली के पर आजकल गोवा मे बसे है ।
ब्लॉगिंग के जरिये अपने जीवन के अनुभव आप सबसे बांटने की कोशिश रहे है।"

इस वाक्य से मुझे पूरा विश्वास हो गया है कि आप वही ममता जी है ,
खनकती आवाज की शाहजादी ……

आपके "यूं" से हम लोग खासे परिचित हैं और इलाहाबाद की बात आती है तो शायद आपका ग्रेजुएशन A.U. शताब्दी महिला छात्रावास मे रह कर गुजरा .

खैर जो भी हो समय अजीब है कल तक कानों में आपकी आवाज गूँजती थी , और आज शब्द दिख रहे हैं रेडियो सुने हुए 2 साल हो गये

आप सभी ने बहुत कुछ सिखाया ,जिसकी बदौलत आत्मविश्वास से ओत प्रोत समाज में घूम पाते हैं ।काफ़ी यादें जुड़ी हैं आप सब से । निम्मी जी कुछ नही लिखती क्या ???
rakhshanda said…
kafi dino ke baad aayi, sorry mamta ji,hope u'll be fine...
bahut achhi jankari di...ab aati rahungi
pata nahi aapne mujhe miss kiya ya nahi....just joking

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