हैप्पी फादर्स डे आज की पोस्ट पापा के नाम

पिता के बारे मे जितना कहा और लिखा जाए वो कम है। पिता की छत्र छाया मे पल कर बड़े होना जिसमे संस्कार और संरक्षण के साथ-साथ प्यार भी खूब मिलता है ।


पापा जिनका हाथ पकड़
कर चलना सीखा
जिनकी उंगली पकड़ कर
आगे बढ़ना सीखा
याद नही कभी जब
आपने जोर से डांटा हो
पर रिक्शे पर अपने पैरों
पर बिठा कर घुमाने
ले जाना खूब याद है

आज फादर्स डे के दिन
हम सब भाई-बहनों की
ओर से पापा आपको
हैप्पी फादर्स डे
हम सबको गर्व है कि
हम आपके बच्चे है।


ब्लॉगर परिवार के सभी सदस्यों को फादर्स डे की हार्दिक शुभकामनाएं

Comments

Manish Kumar said…
पिताजी को हमने भी बधाई दी। जीवन में जो कुछ कर पाए हैं और जो सोच विकसित की है वो उनकी दी हुई नींव पर ही आधारित है। शुक्रिया इस प्यारी सी पोस्ट के लिए।
mehek said…
pita divas par ye kavita rupi bhav bahut achhe lage,aapko bhi father's day mubarak
shukra hai ki pita diwas ko bhee chitthajagat mein jagah milee. aapkaa dhanyavaad.
हमें तो ध्यान ही न था इस दिन का। लगता है बिटियां ही ध्यान रखती हैं इस दिन का!
बड़ी प्यारी यादें दीं आपने ममताजी और कविता भी -
Happy Father's Day for your Papa & to Every one -
Rgds,
L
बहुत ही सामयिक पोस्ट,
इत्तेफ़ाक़ से मेरी बेटी इस वर्ष यहीं है,
बेटियाँ, यानि कि खुशबू का झोंका ! न जाने आने वाले कल को किसकी
बगिया महकायेंगी ? सो, फादर्स डे का सुरूर घर से निकल कर ब्लागर पर
आ ही नहीं पाया । इस पोस्ट ने वह कसक पूरी कर दी ।

सत्यवचन, ममता ! एक पिता अपने पुत्र को जिस तरह सँवारता है, और
अपने बेटे का कद अपने से बड़ा देखना चाहता है, यह मिसाल कहाँ मिलेगा ?
sanjay patel said…
पिता के वजूद को प्रणाम ममता जी.
आज पितृ दिवस पर न जाने क्यों अजीब सा लग रहा है। जो पिता मौजूद हैं उन्हें तो हम रोज स्मरण करते ही हैं, जो नहीं हैं उन्हें भी रोज स्मरण करते हैं। क्यों न करें? इस के लिए कोई एक विशेष दिन क्यों। वैसे भी मैं तो यह मानता हूँ कि हर संतान अपने माता-पिता का पुनर्जन्म होता है।
फिर भी हम सब के साथ हैं, सब को पितृ दिवस पर शुभकामनाएँ।
Yunus Khan said…
हमने भी पिताजी को फोन करके बधाई दी । और ढेर सारी बातें कीं । बहुत बहुत अच्‍छा लगा ।
पितृ दिवस पर शुभकामनाएँ,
आपके पिता जी को हमारी तरफ से भी बधाई।
पिता..... जीवन बगिया का छायादार वृक्ष....!

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