लीजिये हम भी हाजिर है अपनी अनुगूंज के साथ



अगर हिंदुस्तान अमेरिका हो जाये तो क्या होगा
वही होगा जो मंजूर खुदा होगा


हम तो लिखने की थे सोच रहे
पर शब्द नही थे मिल रहे
क्यूंकि अगर हिंदुस्तान अमेरिका होगा
तब तो निश्चित ही बंटाधार होगा।

हर रोज देखते थे
कोई ना कोई लिख रहा है
फिर भला हम क्यूँ ना लिखे
इसी उधेड़बुन मे निकल
गए ये चार दिन फिर सोचा कि
जब ओखली मे सिर दिया
तो मूसल से क्या डरना
तो आज हमने भी है
लिखने की ठानी


अब रही बात पांच बातों की
तो चलिये इसी बहाने हम भी
कह देते है अपने मन की
कि अगर हिंदुस्तान अमेरिका बन जाये
तो कैसा होगा।

पहला हर तरफ ऊँची-ऊँची इमारतें होंगी

दूसरा तब शायद कोई गरीब नही होगा

तीसरा कपड़ों का खर्चा कम हो जाएगा

चौथा रिश्तों का मशीनीकरण होगा

पांचवां ब्लॉगिंग का अस्तित्त्व बना रहेगा

तो कहिये कैसा लगा हमारा
अमरीकी भारत

Comments

आप ने अमरीका का अच्छा खाका खीचा है।बहुत कम शबदो में अपनी पूरी बात कह दी।
बस, अगर कोई गरीब न रहे तो सब बुराइयां झेली जा सकती हैं - क्यों? है न?
काकेश said…
कविता में आपकी बातें अच्छी लगी...
अच्‍छी लगी आपकी कविता, पर मै इस बात से सहमत नही हूँ कि अमेरिका बन जाने के बाद भारत से गरीबी खत्‍म हो जायेगी। आज अमेरिका विश्‍व शक्ति है पर वो भी नही कह सकता कि उसके यहॉं गरीबी नही है। बेरोजगारी नही है।
Udan Tashtari said…
यह भी एक अनोखा अंदाज पाया अनुगूँज में. बहुत खूब बयानी रही काव्यत्मक. बधाई.

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