बालाजी के .......

एकता कपूर के सीरियल क्यूंकि सास ......मे बा तो जैसे अमृत पीकर आई है वैसे हमे बा के किरदार से कोई परेशानी नहीं है पर घर मे उनके साथ जैसा व्यवहार होता है वो ठीक नही है.यूं तो उनके घर मैं सभ्यता और संस्कृति पर काफी जोर दिया जाता है पर ऐसा कुछ दिखाई नहीं देता है.तुलसी को कितनी पुश्ते बेइज्जत करेंगी ,तुलसी के पोते -पोतियाँ तो मानो उसे सिर्फ और सिर्फ जलील ही करने के लिए है.अरे एकता कम से कम तुलसी कि उम्र का तो ख़्याल करो अब तो वो भी सत्तर -अस्सी साल कि हो रही है।तुलसी के खानदान मे हादसे भी पुश्त दर पुश्त एक ही तरह के होते है जो कुछ नंदिनी और अंश के साथ हुआ वही भूमि के साथ होना ।हां एक बात जो अब तक नही बदली वो है तुलसी कि सहनशक्ति ।
सहनशक्ति से ज़ि टी .वी के क़सम से कि बानी याद आ गयी जो त्याग और बलिदान कि मूर्ति है बस उन्हें मौका मिलना चाहिऐ और ऐसे मौक़े तो एकता उन्हें देती ही रहती है.कोई भी समस्या हो बानी उसे हल कर देती है चाहे वो बिजनेस हो या घर ,जय वालिया जो इतने बडे बिजनेस के मालिक है वो सिर्फ बानी कि हां मे हां ही मिलाते है.अब राशी कि अन्तिम इच्छा पुरी करने का काम हो या कोई बिजनेस कि परेशानी समस्या का समाधान तो बानी के पास ही होता है।
एक खास बात है जो बालाजी के सभी सीरियल मैं होती है वो ये कि उनके नायक चाहे वो मिहिर हो या अनुराग हो या रणवीर हो सब ने एक से ज्यादा शादी कि है और अनुराग जो कसौटी .... मे है उन्हों ने तो शादी करने का रेकॉर्ड ही बना लिया है ,एक शादी टूटती नही कि दूसरी शादी के लिए तैयार .रानो कि रणवीर से शादी होना अजीब लगता है ,छोटे भाई के साथ भाभी कि शादी होना तो सुना था पर छोटे भाई कि विधवा बीबी के साथ बडे भाई कि शादी होना तो बालाजी के सीरियल मे ही हो सकता है .अरे रानो कि शादी किसी बेहतर लड़के के साथ भी तो कराइ जा सकती है .

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